-- नगर आयुक्त ने दौरे में देखी दिन के उजाले में खंबों पर जलती लाइटें

-- लाइट डिपार्टमेंट को लगाई फटकार, एक हफ्ते में सस्पेंशन की चेतावनी

BAREILLY नगर निगम में आला अफसरान के आदेशों की लगातार अनसुनी करने वाला स्टाफ अब अपनी लापरवाह वर्किंग से भी सिरदर्द बना हुआ है। फर्जीवाड़ों और घोटालों के मामलों में उलझे नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह अपने स्टाफ की आरामतलब ड्यूटी से भी भड़क गए हैं। मंडे को शहर के इंस्पेक्शन के दौरान नगर आयुक्त ने सुबह क्क् बजे तक कई इलाकों में निगम के खंबों में लाइट जलती देखी। दिन के उजाले में बिजली की बर्बादी के लिए जिम्मेदार लापरवाह कर्मचारियों पर नगर आयुक्त जमकर भड़के। नाराज नगर आयुक्त ने निगम में वापस आकर लाइट डिपार्टमेंट के अधिकारियों व कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई।

एक हफ्ते की चेतावनी

मंडे को अपने रूटीन इंस्पेक्शन के दौरान नगर आयुक्त ने सुभाषनगर, किला और मौलानगर में जलती हुई लाइट देखी। नगर आयुक्त ने इस पर तुरंत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को ऑफिस में आने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त बिजली बर्बादी और निगम की संपत्ति के नुकसान पर अधिकारियों को चेताया। नगर आयुक्त ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को एक हफ्ते में अपनी वर्किंग सुधारने को कहा नहीं तो सभी को सस्पेंड किए जाने की चेतावनी दी।

आउटसोर्स किए जाएगे कर्मचारी

निगम के लाइट डिपार्टमेंट में कर्मचारियों की कमी को जल्द ही पूरा किया जाएगा। नगर आयुक्त ने कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे डिपार्टमेंट में आउटसोर्स के जरिए नए स्टाफ की भर्ती किए जाने के निर्देश दिए हैं। डिपार्टमेंट में फिलहाल करीब फ्भ् का स्टाफ है, जबकि जरूरत भ्0 से ज्यादा कर्मचारियों की है। नगर आयुक्त की फटकार पर अधिकारियों ने कम स्टाफ का हवाला देकर इंस्पेक्शन के दौरान उजागर हुई लापरवाही पर अपनी गर्दन बचाने की कोशिश की थी।