बरेली (ब्यूरो)। पत्नी से विवाद होने के बाद वह परेशान था। इतना परेशान कि जीवनलीला समाप्त कर देने का निर्णय तक ले डाला। मन में यह ही विचार लेकर वह घर से कूच कर गया। जाते-जाते उसने मां को उनके मोबाइल पर कॉल भी की। उसमें कहा था कि मेरी आखिरी नमस्ते ले लो। इतना सुनना था कि मां के होश उड़ गए। घर वालों को बताया तो हडक़ंप मच गया। पिता ने उसकी खेज में पंजाब तक की धूल खंगाल डाली पर उसका कुछ भी पता न चला। 24 दिनों के बाद खबर मिली तो वह कंकाल बन चुका था, जो कि पेड़ से काफी ऊंचाई पर लटका मिला। कपड़ों और चेहरे से से ही उसकी पहचान हो पाई।

घबराई हालत में पहुंचे पिता
बहेड़ी थाना क्षेत्र के भूड़ा गौटिया निवासी राजेश्वर के अनुसार उनके 23 वर्षीय पुत्र राजकुमार का 28 जून को किसी बात पर पत्नी से विवाद हो गया था। आवेश में आकर वह घर से निकल गया। बाहर जाकर उसने मां को फोन किया। उसका कहना था कि मेरी आखिरी नमस्ते ले लो इसके बाद मैं तुम्हें नमस्ते करने नहीं आऊंगा। यह सुनते ही मां घबराई और तुरंत उसके पिता को फोन कर सबकुछ बताया। घबराई हालत में राजेश्वर तत्काल घर पर पहुंचे। पूरा परिवार राजकुमार को ढूंढने में जुट गया था। गांव के हर घर, हर खेत में उसकी खोज की पर कुछ पता नहीं चल सका।

पेड़ से लटक कर दे दी जान
उधर राजकुमार अवसाद में इतना डूब चुका था कि गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित खेत के पास पेड़ से लटककर उसने जान दे दी थी। उसके पिता ने उस स्थान पर भी उसे खोजा था पर उन्हें वह दिखाई नहीं दिया, क्योंकि जहां शव लटका था वह स्थान धरती से लगभग 25 फीट ऊंचाई पर था। थक-हार कर पिता ने गुमशुदगी रजिस्टर्ड करा दी थी

जब मिला तो बन चुका था कंकाल
24 दिनों तक पिता व परिवार के अन्य लोग अपने लाडले की खोजबीन में दिन-रात लगे रहे, पर जब वह मिला तो उसका तन पूरी जरह कंकाल में परिवर्तित हो चुका था। हुआ यूं कि उस पेड़ के पास स्थित खेत में धान रोप रहे लोगों की दृष्टि अचानक ऊपर गई तो पेड़ से झूल रहा कंकाल देख उनकी चीख निकल गई। पेड़ से कंकाल लटका होने की सूचना गांव में फैली तो राजेश्वर भी वहां पहुंच गए। उन्होंने कपड़े व उसके चेहरे से उसे पहचान लिया। उसे देख उनका गला रुंध आया। पता चलने पर परिवार में कोहराम मच गया। सब लोग दौड़ कर वहां पहुंच गए।

रस्सी से लटका था कंकाल
राजेश्वर ने बताया कि उनके पुत्र का कंकाल प्लास्टिक की रस्सी से लटका हुआ था। कपड़े, मोबाइल और कुछ हड्डियां इधर-उधर बिखरी हुई थीं। अनुमान है कि शव सड़ा तो चील-कौओं आदि ने उसे नोचना शुरू कर दिया होगा। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। उसने पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजनों के हवाले कर दिया गया है। उसके पिता के अनुसार उन्हें तो बेटे की हड्डियां और सिर्फ चेहरे का ही अंतिम संस्कार करने के लिए मिला।