मंडे को कमिश्नरी में 11 बजे जमीनी विवाद के चलते विकलांग ने किया आत्मदाह का प्रयास

BAREILLY:

जमीनी विवाद में प्रशासन और पुलिस की ओर से कोई सुनवाई न होने की वजह से मंडे को टिसुआ निवासी विकलांग रामप्रकाश ने आत्मदाह का प्रयास किया। अधेड़ उम्र इस विकलांग की हरकत से कमिश्नरी में अफरा-तफरी मच गई। मौजूद होमगार्ड ने बचाने की कोशिश की लेकिन बीच बचाव में करते वक्त गिर पड़ा, जिसकी वजह से उसे भी गंभीर चोटें आई। रामप्रकाश को पुलिस ने हिरासत में लेकर कोतवाली भेज दिया, जहां उस पर होमगार्ड से हाथापाई का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

यह था मामला

ब्लॉक फतेहगंज पूर्वी के ग्राम टिसुआ निवासी 50 वर्षीय अधेड़ रामप्रकाश यादव के पट्टीदार सीताराम से पिछले कई वर्षो से जमीनी विवाद चल रहा था। रामप्रकाश के मुताबिक पिता राम भरोसे यादव और चाचा की के पास पुरखों की 50 बीघा पट्टे की जमीन थी। पिता की मौत के बाद चाचा ने एक चौथाई जमीन देना तय किया था। चौथाई हिस्से की जमीन पर चाचा ने दाखिल खारिज करा दिया था। वह बिना लिखा-पढ़ी के अपने हिस्से की जमीन पर वह खेती करने लगा। इस बीच चकबंदी में उसके हिस्से की पूरी जमीन चली गई। तो दूसरी ओर चाचा की भी मौत हो गई। रामप्रकाश ने चचेरे भाई राम प्रसाद से बिना चकबंदी वाली जमीन में हिस्सा मांगा। तो उसने इनकार कर दिया, जिस पर विवाद बढ़ता चला गया।

मच गई अफरा-तफरी

कमिश्नरी में मंडे को हंगामा मच गया, जब एक अधेड़ ने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क लिया। वहां मौजूद कर्मचारियों और फरियादियों में हलचल मच गई। आनन-फानन में मौजूद होमगार्ड रामस्वरूप ने अधेड़ से मिट्टी के तेल की बोतल हाथ से छीन ली। लेकिन आवेश में होने की वजह से अधेड़ संग होमगार्ड की झड़प हुई। जिस पर हुई धक्का-मुक्की में होमगार्ड मुंह के बल गिर पड़ा। जिससे उसके पैर, हाथ और सिर में हल्की चोटें आई। मौजूद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और रामस्वरूप को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले गए।

पूर्व में कर चुका है आत्मदाह का प्रयास

चचेरे भाई द्वारा जमीन देने से मना किए जाने पर रामप्रकाश ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। कई बार चक्कर लगाने के बाद भी सुनवाई न होने पर उसने संबंधित थाना में ही आत्मदाह का प्रयास किया, लेकिन मौके पर मौजूद कांस्टेबल ने उसे बचा लिया था। इसी दरम्यान उसने संबंधित एसडीएम कार्यालय में भी आत्मदाह का प्रयास किया था। वहां भी मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे बचा लिया। मंडे को तीसरी बार उसने कमिश्नरी में आत्मदाह का प्रयास किया। यहां भी होमगार्ड ने उसे बचा लिया।