एसआर क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स पर परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
परिजन तोड़फोड़ से कर रहे इंकार, दोनों पक्षों ने पुलिस को दी तहरीर
BAREILLY: अपने ही कंपाउंडर का ठीक से इलाज ना करने पर हॉस्पिटल में जमकर हंगामा व तोड़फोड़ हुई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर्स ने उसके इलाज में लापरवाही बरती, जिससे उसकी मौत हो गई। काफी संख्या में परिजन थाना पर पहुंच गए और हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हॉस्पिटल प्रशासन ने पुलिस को बताया कि परिजनों ने हॉस्पिटल में तोड़फोड़ की है, जबकि परिजन तोड़फोड़ की बात से इंकार कर रहे हैं। परिजनों ने मामले की तहरीर थाना में दी है। बारादरी एसएचओ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
परिजनों ने लगाए कई आरोप
नरेंद्र पाल उर्फ बंटी डोहरिया बिथरी में रहता था। उसके परिवार में पिता धीर सिंह, मां मुन्नी देवी और एक बहन है। वह हरुनगला बारादरी स्थित एसआर क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल में कंपाउंडर था। नरेंद्र की कई दिनों से तबियत खराब चल रही थी। परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल की तरफ से चुपचाप उसका इलाज चलता रहा। आंखों के डॉक्टर गुर्दे का इलाज कर रहे थे। म् अगस्त को वे उसे जबरन साई हॉस्पिटल ले गए। वहां के डॉक्टर्स ने उसकी कंडीशन क्रिटिकल बताते हुए दिल्ली रेफर कर दिया। परिजन उसे दिल्ली ले गए जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर्स ने इलाज में लापरवाही बरती है और हमने कोई तोड़फोड़ नहीं की है।
सीसीटीवी फुटेज में कैद बवाल
वहीं हॉस्पिटल के ओनर डॉ। करन पाल सिंह ने बताया कि उन्होंने अपना स्टाफ मेंबर होने के नाते नरेंद्र का प्रॉपर ट्रीटमेंट किया, पर जब पता चला कि नरेंद्र की लीवर व किडनी दोनों डैमेज हैं तो उसे साई हॉस्पिटल रेफर किया गया। उनका आरोप है कि सुबह एंबुलेंस से पहुंचे परिजनों ने हॉस्पिटल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। उनके पिता छविनाथ सिंह और गार्ड प्रेमपाल के साथ मारपीट की गई। यही नहीं वे लोग गार्ड की कारतूस और बंदूक की चाप भी छीनकर ले गए। उन्होंने आईएमए की मदद से एसएसपी से शिकायत कर कार्रवाई के लिए कहा है। सीसीटीवी फुटेज में भी सारी वारदात कैद हो गई है।