45 साल की महिला पर पति ने लगाया चरित्रहीन का आरोप

-प्रापर्टी विवाद में बीवी से तोड़ा 40 साल पुराना रिश्ता

-परिवार परार्मश केंद्र में आए दिन आ रहे हैं इस तरह के केस

BAREILLY:

कहते हैं कि वक्त रिश्तों का मजबूत करता है, लेकिन फ्0-ब्0 साल तक साथ सफर करने के बावजूद भी अब रिश्तों की डोर टूटने के मामले ने सामने आ रहे हैं। सैटरडे को परिवार परामर्श केंद्र पर कुछ इसी तरह के दो मामले पहुंचे, जिन्होंने जिदंगी के आखिरी पड़ाव पर एक दूसरे से जुदा होने का फैसला किया। केंद्र पर काउंसलर्स ने काफी समझाने की कोशिश किया कि आखिर रिश्ते न टूटे, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुए। रिश्तों की जोड़ने वाली सबसे बड़ी ताकत यानी की भरोसा ही अब इन रिश्ते में नहीं बचा था। चलिए बताते हैं आपको क्यों और किसलिए अलग हो रहे हैं वह।

म्ख् की उम्र में प्रापर्टी के लिए तोड़ा रिश्ता

ब्0 साल पहले शाइस्ता भ्भ् व राशिद ने चेंज नेम ने प्रेम विवाह किया था, लेकिन इतना वक्त साथ गुजारने के बाद भी इनके रिश्तों पर प्रापर्टी दीवार बनकर खड़ी हो गई। जब मामला काउंसलर्स के पास पहुंचा था तो पत्‍‌नी ने म्ख् साल के प्रति पर आरोप लगाया था कि वह मारपीट करते हैं। जब दूसरा पक्ष यानी पति पहुंचा तो विवाद की जड़ प्रापर्टी सामने आई। राशिद ने बताया कि उन्होंने सउदी में रहकर कमाई की। वहां से पैसा जोड़कर उन्होंने पत्‍‌नी के नाम पर प्रापर्टी खरीदी।

वापस आए तो होने लगा विवाद

राशिद ने बताया कि वह जब ख्0क्फ् में सउदी से वापस आए तो प्रापर्टी को पत्‍‌नी ने विवाद शुरू कर दिया। वह उनकी बात नहीं सुनती थी, और प्रापर्टी को निर्णय अपने हिसाब से लेने लगी, जिस पर दोनों में ठन गई। राशिद का यह भी आरोप है कि पत्‍‌नी उसकी कमाई से खरीदी गई प्रापर्टी पर मायके वालों के कहने पर निर्णय ले रही थी, जो उसको बिल्कुल भी गवारा नहीं था। वहीं काउंसलर के सामने पत्‍‌नी शाइस्ता ने कहा कि रुपया कमाना शौहर का फर्ज होता है, अब जबकि सारी प्रापर्टी उसके नाम रजिस्टर्ड है। ऐसे में उस पर मालिकाना हक भी सिर्फ उसका ही बनता है। काउंसलर ने पति-पत्‍‌नी को साथ रहने का सुझाव दिया। शाइस्ता ने पति के साथ रहने को न तो तैयार हुई और न ही प्रॉपर्टी का हिस्सा बांटने को राजी। काउंसलर राजपाल सिंह व एसडी तिवारी मामला सुनते रहे। आखिर में जब कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो संपत्ति का विवाद लिखकर फाइल बंद कर दी गई।

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ख्भ् साल बाद पति ने पत्‍‌नी ने लगाया चरित्रहीन का आरोप

वहीं परामर्श केंद्र में आया दूसरा मामला इससे भी चौंकाने वाला था। यहां पर ख्भ् साल की शादी के बाद अब पति ने पत्‍‌नी पर चरित्रहीन का आरोप लगाया। ब्भ् वर्षीय पत्‍‌नी शीला नेम चेंज ने बताया कि पति ने आरोप लगाने के बाद गाजियाबाद स्थित ससुराल से भी भगा दिया। जिसके बाद वह मजबूरी में मायके कटरा मानराय आ गई। शीला ने बताया कि उसके पिता अपाहिज है। वह केस नहीं लड़ना चाहती थी, लेकिन मजबूरी में पति के न सुनने पर उसको परार्मश केंद्र पर पहुंचना पड़ा। रोते हुए शीला ने बताया कि इस उम्र में पति ने चरित्र पर जा आरोप लगाया है उससे वह पूरी तरह से टूट गई। पति का फाइबर का बिजनेस है।

बेटी भी हुई पिता के साथ

शीला ने बताया कि तकलीफ इस बात की है कि बेटी भी पिता के साथ हो गई है। वह होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रही है। बेटी का तर्क है कि अगर पिता से अलग रहूंगी तो फिर पढ़ाई का खर्च कौन उठाएगा। शीला के अपाहिज पिता उसका बोझ उठा पाने में समर्थ नहीं है। शीला कहती है कि गुजारा के लिए वह नौकरी की तलाश कर रही है, लेकिन उनको नौकरी नहीं मिल पाई है। काउंसलर ने पति को भी बुलाया था, लेकिन वह नहीं आया। ऐसे में महिला को अगले सेटरडे की तारीख दे दी गई ताकि पति को परामर्श केंद्र में तलब कराया जा सके।

वर्जन---

समाज में भौतिकवाद और व्यक्तिवाद बहुत तेजी से बड़ा है, समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा होने के कारण इसका असर सभी उम्र के लोगों पर भी पड़ रहा है। प्रॉपर्टी विवाद वाले केस में पत्नी पति सालों साल एक दूसरे से दूर रहे हैं। ऐसे में महिला ने रिश्ते की इंसिक्योरिटी पर प्रॉपर्टी पर हक जमाकर दूर करने की कोशिश की। जबकि दूसरे केस में बेटी ने पढ़ाई में फाइनेंशियली स्पोर्ट कर रहे पिता का सपोर्ट किया। इसे व्यक्तिवाद या स्वार्थ के रूप में देखा जा सकता है।

- डा। नवनीत अहूजा, सोशियोलॉजिस्ट