- फर्जी प्रपत्रों के आधार पर बड़े स्तर पर चल रहा है ट्रांसफर-पो¨स्टग का खेल
- मुख्यमंत्री के सचिव के नाम पर जारी किया था फर्जी स्थानांतरण पत्र
बरेली : फर्जी प्रपत्रों के आधार पर शासन में बड़े स्तर पर ट्रांसफर-पो¨स्टग का खेल चल रहा है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के लेटर पैड से फर्जी स्थानांतरण के बाद यह बात सामने आई है। सीबीसीआईडी को अंदेशा है कि इसके पीछे एक बड़ा ¨सडिकेट काम कर रहा है। जांच में टीम जुटी हुई है। बदायूं में तैनात रहे अपर जिला सहकारी अधिकारी रवि शंकर चौधरी बीते तीन साल से फर्जी स्थानांतरण पत्र के सहारे सीतापुर में नौकरी कर रहा था।
सीबीसीआईडी के मुताबिक, बदायूं में तैनात रहे अपर जिला सहकारी अधिकारी रवि शंकर चौधरी ने अपने ट्रांसफर के लिए शासन में तैनात सहकारिता के सचिव एसके वर्मा से संपर्क किया.एसके वर्मा ने ट्रांसफर के लिए रवि शंकर चौधरी को रास्ता बताया। दोनों ने मिलकर ही बदायूं के तत्कालीन सांसद धमेंद्र यादव व सिमरा मऊ के विधायक अर¨वद सिंह यादव का फर्जी लेटर पैड बनाया। पैड में बकायदा, इस बात का हवाल दिया गया कि दिक्कतों के चलते रवि शंकर चौधरी को सीतापुर में तैनाती दे दी जाए, उससे वह विभाग में और बेहतर योगदान कर सकेंगे.अब शासन स्तर से होने वाले कार्य की पूरी कमान सहकारिता सचिव एसके वर्मा ने संभाल ली.फर्जी लेटर पैड को शासन में आगे बढ़ाया गया। इसके बाद उसने खुद मुख्यमंत्री के सचिव का फर्जी लेटर पैड तैयार किया और रवि शंकर चौधरी का स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया। स्थानांतरण के बाद से वर्ष 2017 से रवि शंकर चौधरी सीतापुर में तैनात हैं.इधर, कुछ दिन बाद जब ऑफिस के कर्मचारियों को ट्रांसफर पर संदेह हुआ तो मामले की कई कर्मचारियों ने शिकायत की.स्थानांतरण को लेकर शिकायतों की लंबी फेहरिस्त को देख मामले में जांच शुरू की गई। चूंकि, बदायूं बरेली जोन में आता है। लिहाजा, मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर सीबीसीआईडी बरेली जीएस पवार ने जांच शुरू की। जांच में फर्जी प्रपत्रों के आधार पर ट्रांसफर की बात सिद्ध हुई। चूंकि, पूरा घटनाक्रम सहकारिता विभाग से जुड़ा है। इसलिए, इंस्पेक्टर की ओर से लखनऊ के कैसरबाग थाने में दोनों आरोपितों अपर जिला सहकारी अधिकारी रवि शंकर चौधरी व सहकारिता के सचिव एसके वर्मा पर एफआइआर दर्ज की गई है।
दोनों आरोपितों पर इन धाराओं में दर्ज हुआ है मुकदमा
आरोपितों पर 120बी, 420, 467, 468, 471 आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच में स्थानांतरण पत्र फर्जी पाया गया है। जिसके बाद आरोपित अपर जिला सहकारी अधिकारी रवि शंकर चौधरी व सहकारिता के सचिव एसके वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
- जीएस पवार, इंस्पेक्टर, सीबीसीआइडी