- एबीवीपी के स्टूडेंट्स लीडर्स ने किया था फर्जीवाड़ा

BAREILLY: आरयू के एमएससी इंट्रेंस टेस्ट में एबीवीपी के स्टूडेंट्स लीडर्स ने फॉर्म में फर्जीवाड़ा कर सॉल्वर को बिठाया था। इन दोनों स्टूडेंट्स लीडर्स को एमएससी में एडमिशन लेना है। इसीलिए उन्होंने अपने बीच में सॉल्वर को बिठाने की फुलप्रूफ प्लैनिंग की थी, लेकिन ऐन मौके पर एग्जाम से पहले आरयू को भनक लग गई और ऑब्जर्वर ने उनकी पूरी प्लैनिंग पर पानी फेर दिया। ऑब्जर्वर्स द्वारा आरयू को सौंपी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। अब आरयू इस संबंध में कमेटी बिठाने की तैयारी कर रही है। कमेटी के समक्ष सॉल्वर और उसके मिलते-झुलते नाम वाले स्टूडेंट्स लीडर्स को पेश होना होगा। दोनों के फॉर्म की जांच शुरू हो गई है। आरयू की मानें तो फर्जीवाड़ा पाया गया तो दोनों के खिलाफ के एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।

बीसीबी के हैं दोनों स्टूडेंट्स लीडर्स

जिन एबीवीपी के दोनों स्टूडेंट्स लीडर्स ने अपने आप को पास कराने के लिए सॉल्वर को बिठाया था। वे बीसीबी के स्टूडेंट्स हैं। सुमित गुर्जर बीएससी कर चुका है। फिलहाल एमए में है। लास्ट ईयर उसको एमएससी एडमिशन नहीं मिल पाया। इस बार फिर से वह इंट्रेंस टेस्ट में बैठा। वहीं दूसरे स्टूडेंट लीडर का नाम हर्षित है। लास्ट ईयर जो स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन रद कर दिया गया था। उसमें वह एबीवीपी की तरफ से उपाध्यक्ष पद का कैंडीडेट था। उसने बीएससी फाइनल ईयर का एग्जाम दिया है। उसे भी एमएससी में एडमिशन लेना है। वह सुमित गुर्जर के साथ ही इंट्रेंस टेस्ट में बैठा।

हर्षित के नाम से बिठाया सॉल्वर

सुमित और हर्षित ने हर्षित शर्मा के नाम से सॉल्वर को तैयार किया। यूनिवर्सिटी के इंट्रेंस सेल में सेंध लगाई। मिलीभगत से सॉल्वर का फॉर्म भरवाया गया। कुछ इस तरह कि सॉल्वर हर्षित शर्मा की सीट सुमित और हर्षित के बीच में आए। इसके लिए स्टूडेंट लीडर हर्षित के मार्कशीट से ही दूसरा फॉर्म भरवाया गया। यानी कि हर्षित और हर्षित शर्मा दोनों के फॉर्म में एक ही मार्कशीट लगी हुई थी। तीनों को जो रोल नम्बर अलॉट किए गए थे वे सीरीज में थे। सुमित को 8फ्, सॉल्वर हर्षित शर्मा को 8ब् और हर्षित को 8भ् रोल नम्बर अलॉट किया गया। तीनों को बीसीबी के रूम नम्बर ब्क् में बैठना था, लेकिन ऐन मौके पर ऑब्जर्वर ने सॉल्वर की पहचान कर रूम नम्बर चेंज कर दिया। सुमित और हर्षित तो रूम नम्बर ब्क् में बैठे रहे, लेकिन सॉल्वर हर्षित शर्मा को बगल वाले रूम में बिठा दिया गया।

जांच के लिए बनाई जाएगी कमेटी

प्रकरण पकड़ में आने पर आरयू ने इस संबंध में कमेटी बिठाने का मन बना लिया है। ट्यूजडे को बीएड इंट्रेंस की वजह से वे ज्यादा बिजी रहे। इस वजह से उन्होंने इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया है। वेडनसडे को जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया जाएगा। स्टूडेंट्स लीडर्स और सॉल्वर के फॉ‌र्म्स की जांच कराई जाएगी। दोनों को कमेटी के समक्ष पेश भी होना पड़ेगा। फॉ‌र्म्स के डॉक्यूमेंट्स में फर्जीवाड़ा पाया गया तो दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही जा रही है।