जयपुर से पॉलीटेक्निक सेकेंड सेम का है स्टूडेंट, 5 हजार रुपये में देने आया था मेडिकल

बायोमैट्रिक सिस्टम में पकड़ा गया, अपना नाम की जगह धौलपुर के एक्स कलेक्टर का नाम बताया

BAREILLY: सेना भर्ती में एक के बाद एक फर्जी कैंडिडेट पकड़े जाने का सिलसिला जारी है। ट्यूजडे रात मिलिट्री हॉस्पिटल में सेना ने फर्जी कैंडिडेट को मेडिकल के दौरान पकड़ लिया। गिरफ्त में आया युवक पॉलीटेक्निक स्टूडेंट है। वह पांच हजार रुपये में फर्रुखाबाद के कैंडिडेट के स्थान पर मेडिकल देने के लिए आया था लेकिन बायोमैट्रिक सिस्टम में उसका खेल पकड़ा गया। वह सेना के अधिकारियों को काफी देर तक गुमराह करता रहा। बचने के लिए उसने अपना नाम धौलपुर राजस्थान के एक्स कलेक्टर का बता दिया। पुलिस ने सेना के कार्यवाहक कंपनी कमांडर थोरवे विशाल बब्बन की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर ि1लया है।

सेना को करता रहा गुमराह

शैलेंद्र परिहार, मूलरूप से पिदावली, बाड़ी, धौलपुर राजस्थान का रहने वाला है। वह जयपुर में पालीटेक्निक का स्टूडेंट है। ट्यूजडे को मकरंदनगर बसा, कमालगंज, फर्रुखाबाद के कैंडिडेट मोनू पाल की जगह पर मेडिकल देने आया था। डॉक्यूमेंट चेकिंग के दौराना सेना के अधिकारियों को शक हुआ। बायोमैट्रिक सिस्टम में भी उसका फोटो और फिंगर प्रिंट मैच नहीं हुए। उसने सेना के अधिकारियों को अपना नाम और पता भी गलत बता दिया।

पुलिस ने उगलवाया असली नाम

कई घंटे की पूछताछ के बाद सेना ने उसे रात में ही कैंट पुलिस के हवाले कर दिया। उसने सेना को अपना नाम कुमार प्रताप सिंह बताया। जब पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना असली नाम और पता बता दिया।

कान में प्राब्लम थी मेन कैंडिडेट को

असली कैंडिडेट मोनू पाल को सेना ने मेडिकल के दौरान आउट कर दिया था। उसके कान में प्राब्लम थी। सभी 7 नवंबर ख्0क्ब् से हुई भर्ती का रिव्यू मेडिकल क्भ् जनवरी से मिलिट्री हॉस्पिटल में चल रहा है। मेडिकल में आउट होने से बचने के लिए मोनू पाल ने शैलेंद्र को अपने स्थान पर मेडिकल के लिए भेजा था।

बरेली में रहता है एक साथी

मोनू पाल का दोस्त पिंटू जयपुर में जॉब करता है। पिंटू ने ही शैलेंद्र को मेडिकल के राजी किया था। इसके लिए उसे पांच हजार रुपये देने की भी बात कही गई थी। शैलेंद्र, बरेली के पुष्पेंद्र गंगवार को भी फोन के जरिए जानता है। पुष्पेंद्र गंगवार मोनू पाल का दोस्त है।

मेडिकल के दौरान फर्जी कैंडिडेट को पकड़ा गया है। एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पांच हजार रुपये में सौदे के बात सामने आयी है। मामले की जांच की जाएगी।

रामवीर सिंह यादव, एसएचओ कैंट