-मीरा की पैठ में फेसबुक पर अपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर हुआ था पथराव
-एक सप्ताह बाद भी दिनेश शर्मा का नहीं चल सका पता
-दिनेश के पेज से ही अंकित ने शेयर किया था पोस्ट
BAREILLY: विगत दिनों फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मीरा की पैठ में दो समुदायों ं में पथराव हो गया था। इस मामले में पुलिस एक सप्ताह बाद भी आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करने वाले दिनेश शर्मा के बारे में पता नहीं लगा पाई है। अंकित गुप्ता ने दिनेश की पोस्ट अपने वॉल पर शेयर की थी। इस पोस्ट में क्फ् प्वाइंट पर धर्म विशेष से जुड़ी आपत्तिजनक बातें लिखी हैं। साइबर सेल ने दिनेश नाम के ऐसे सैकड़ों फेसबुक प्रोफाइल को सर्च किया, लेकिन किसी में भी वो पोस्ट नहीं मिली। वहीं एक ही मामले की चार अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई। आरोपी भी इनमें समान हैं, लेकिन फिर भी जांच के लिए तीन आईओ बनाए गए हैं। पुलिस सभी केस अलग-अलग बता रही है, लेकिन अभी तक एक की भी गिरफ्तारी नहीं हाे सकी है।
9 जून को शेयर किया था पोस्ट
सोर्सेस के मुताबिक मीरा की पैठ में बवाल की वजह अंकित गुप्ता के द्वारा फेसबुक पर धर्म विशेष से जुड़ी आपत्तिजनक टिप्पणी करना था। पुलिस ने बवाल के बाद अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। साइबर सेल ने जब मामले की जांच शुरू की तो पाया कि अंकित ने 9 जून को ही ये पोस्ट अपने वॉल पर किसी दिनेश शर्मा के फेसबुक एकाउंट से शेयर की थी। इस पोस्ट में एक नहीं बल्कि क्फ् प्वाइंट में धर्म से जुड़ी आपत्ति डिटेल में लिखी हुई है।
फ्रेंड लिस्ट में सिर्फ थे तीन दिनेश
साइबर सेल ने अंकित की फेसबुक आईडी सर्च की तो उसकी फ्रेंडलिस्ट में ख्क्ब् फ्रेंड थे। इनमें सें तीन फ्रेंड दिनेश नाम के मिले, लेकिन इनमें कोई भी दिनेश शर्मा नहीं था। इसके अलावा इन तीनों में किसी ने भी इस तरह की टिप्पणी पोस्ट नहीं की थी। वहीं साइबर सेल ने दिनेश नाम से जुड़े सैकड़ों लोगों के एकाउंट चेक किए, लेकिन किसी में भी आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं मिली। साइबर सेल ने फेसबुक के केलफोर्निया ऑफिस में काफी पहले ही एकाउंट बंद करने को लिखकर भेज दिया था। अब अंकित का एकाउंट दिखाई भी नहीं दे रहा है।
तीन आईओ लेकिन गिरफ्तारी जीरो
वहीं इस मामले में थाना में चार एफआईआर दर्ज की गई थीं। एक एफआईआर अंकित गुप्ता के पिता छोटेलाल गुप्ता ने ख्7 नामजद समेत ब्भ्0 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज करायी थी। दूसरी एफआईआर अनुभव गुप्ता, तीसरी सुनील कुमार और चौथी एसआई किरनपाल ने करायी थी। छोटेलाल और सुनील कुमार की एफआईआर के आईओ एसआई शिवकरन सिंह, अनुभव गुप्ता की एफआईआर के एसआई त्रिलोकी सिंह और एसआई किरनपाल की एफआईआर के एसआई अवध विहारी आईओ हैं। सभी एक ही मामले से जुड़ी एफआईआर हैं, नामजद आरोपी भी सभी एफआईआर में शामिल हैं लेकिन तीन आईओ होने के बावजूद अभी तक एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।