बरेली(ब्यूरो)। बीसीबी में अस्थायी कर्मचारियों और तालाबंदी के बीच मेन एग्जाम सैटरडे यानि आज से शुरू हो रहे हैं। एग्जाम में अस्थायी कर्मचारियों ने असहयोग करने की बात करते हुए कार्यालय में तालाबंदी कर फ्राइडे भी हड़ताल जारी रखी। जानकारी मिलने पर एसीएम फस्र्ट एन राम, कॉलेज के प्राचार्य प्रो। ओपी राय ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को समझाते हुए ताला खोलकर काम पर लौटने की बात कही। लेकिन कर्मचारियों का कहना था कि मांगे पूरी नहीं होने तक वह तालाबंदी जारी रखेंगे। सचिव प्रबंध समिति ने भी चेतावनी दी लेकिन कर्मचारी काम पर वापस नहीं लौटे और तालाबंदी जारी रखी।
मुश्किल में कॉलेज प्रशासन
एमजेपीआरयू के यूजी के मेन एग्जाम 20 मई यानि आज से शुरू हो रहे हैं। अस्थायी कर्मचारियों ने बरेली कॉलेज में दो दिन पहले से तालाबंदी कर हड़ताल शुरू कर दी है। इससे जहां एक तरफ एग्जाम की तैयारियां प्रभावित हुई तो वहीं कॉलेज में एग्जाम पर भी संकट खड़ा हो गया। कॉलेज प्रशासन और जिला प्रशासन ने वार्ता कर ताला खोलने की बात कही। यहां तक कि कॉलेज प्रबंध समिति ने मंडे को वार्ता कर समस्या का हल निकालने की बात कही। लेकिन कर्मचारियों की तरफ से मांगों को पहले पूरा करने की मांग रही। इससे बात नहीं बनी। अब कॉलेज प्रशासन से सामने बड़ा चैलेंज है कि वह एग्जाम कैसे और किस तरह से संभालेंगे। क्यांकि एग्जाम की फस्र्ट पाली में 25 सौ तो सेकंड पाली में 6 सौ स्टूडेंटस एग्जाम देंगे। कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर डॉ। अलोक खरे की माने तो एग्जाम में कोई समस्या नहीं होगी। कॉलेज प्रशासन ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है।
मांगों को मनवाने पर अड़े
बरेली कॉलेज बरेली कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में फ्राइडे को दूसरे दिन भी अस्थाई कर्मचारियों की तालाबंदी जारी रखी। तालाबंदी के बीच दोपहर में एसीएम प्रथम एन राम और बारादरी इंचार्ज और प्राचार्य प्रो। ओपी राय एवं महाविद्यालय के कई शिक्षक कर्मचारियों से वार्ता करने धरना स्थल पहुंचे। करीब 2 घंटे तक दोनों तरफ से बात चलती रही, लेकिन कर्मचारी किसी भी कीमत पर तालाबंदी खोलने को राजी नहीं हुई। शाम को भी प्राचार्य प्रो। ओपी राय ने कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कॉलेज का ताला खोलने की अपील की। प्रबंध समिति ने भी मंडे को वार्ता कर हल निकालने की बात कही। लेकिन बात नहीं बनी।
भ्रष्टाचार का आरोप
उत्पीडऩ का आरोप
कर्मचारी नेताओं ने कहा महाविद्यालय में प्रबंध समिति कालातीत है फिर भी महाविद्यालय में मनमाने निर्णय कर रही है, जबकि प्रबंध समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी हैं। यदि जिलाधिकारी चाहे तो कर्मचारियों का मांगों पर तुरंत समाधान कर तालाबंदी खोली जा सकती है। कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंध समिति सचिव लगातार उनका शोषण और उत्पीडऩ कर रहे हैं और महाविद्यालय में भ्रष्टाचार उत्पन्न कर दिया है। सचिव हरीश मौर्य और सुनील कुमार एवं अन्य कर्मचारियों ने कहा अब चाहे हमें लाठी खाली पड़े लेकिन सम्मान के साथ ही ताला खोलेंगे। कर्मचारियों का कहना है कि जबकि हमने लंबे समय से लिखा पढ़ी करने के बाद ही तालाबंदी की है। हड़ताल पर राम संजीव यादव, तारा सिंह, अहमद, दीपक, संजीव पटेल, मुकेश यादव, दिनेश कुमार, गंगा सिंह, गंगा प्रसाद, ओंकार, शरद, कृष्ण, मुनीम, ज्ञान पाल और सुरेश आदि कर्मचारी मौजूद रहे।