-सूचना डीआईओएस ने सेंटर्स पर की छापेमारी

- मूवमेंट की खबर लीक होने से सजग हो गए नकल माफिया

BAREILLY:

बोर्ड एग्जाम में नकल का खुला खेल चल रहा है। खास बात ये है कि नकल कराने में सेंटर सुप्रिंटेंडेंट बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। सेंटर के बाहर से आंसर शीट लिखकर आ रही है और इन्हें एग्जाम खत्म होने के बाद कॉपियों के बंडल के साथ सील किया जा रहा है। नकल के सजे बाजार की भनक डीआईओएस को लगी तो उन्होंने आंवला के तीन सेंटर्स पर छापे मारा, लेकिन डीआईओएस के मूवमेंट की सूचना लीक होने से नकल माफिया सजग हो गए थे। लिहाजा, जांच में सेंटर की स्थिति सामान्य मिली।

नकल की सूचना पर डीआईओएस ने की छापेमारी

आंवला और फरीदपुर ब्लॉक के सेंटर्स नकल के मामले में ज्यादा संवेदनशील हैं। इन सेंटर्स पर हर साल नकल के पुराने खालिस तरीकों का बखूबी इस्तेमाल होता रहा है। दोनों ही तहसीलों से सेंटर्स पर बाहर से कॉपी लिखवाकर नकल होने की सूचनाएं डीआईओएस को फोन पर दी गई। थर्सडे मॉर्निग शिफ्ट में डीआईओएस ने आंवला के तीन सेंटर्स का निरीक्षण किया। ये सेंटर्स बाबा हरदेव सिंह उत्तर माध्यमिक विद्यालय-लभारी, प्रताप किसान जनता आदर्श इंटर कॉलेज-मझगवां, व जगमाल सिंह शिक्षा निकेतन उत्तर माध्यमिक विद्यालय-सत्तर नगर खेलम हैं। अधिकारी ने अपने सामने ही तीनों केंद्रों की कॉपियों का बंडल सील कराया।

अब्सेंट की आड़ में होता है खेल

नकल का ये खेल सेंटर सुप्रिंटेंडेंट की मदद से बदस्तूर जारी है। सेंटर के बाहर से कॉपियां लिखवायी जा रही है। पेपर के दौरान स्टूडेंट को अब्सेंट दिखा दिया जाता है। ताकि किसी भी प्रकार की चेकिंग में ये फॉल्ट पकड़ा न जा सके। पेपर खत्म होने के बाद कॉपियों के बंडल बनाते वक्त बाहर से लिखी कॉपियां इसमें इंक्लूड की जा रही हैं। इसके बाद इस कॉपी वाले स्टूडेंट की अटेंडेंस शीट पर उपस्थिति दर्ज कर दी जाती है। ये सारा काम एजुकेशन माफिया और सेंटर सुप्रिंटेंडेंट की मदद से हो रहा है। सूत्रों का कहना है इसके लिए सेंटर्स सुप्रिंटेंडेंट को बाकायदा मोटी रकम दी गई है।