BAREILLY: बिजली को लेकर पूरे बरेली में हाहाकार मचा हुआ है। बेतहाशा कटौती से बरेलियंस त्राहिमाम कर रहे हैं। कारोबारी, डॉक्र्ट्स, स्टूडेंट्स, गृहणी और नौकरीपेशा और स्टूडेंट्स पर खूब बिजली गिर रही है। कारोबार जहां चौपट हो रहा है तो हॉस्पिटल में जीवन रक्षक दवाइयां खराब हो रही हैं। स्टूडेंट्स की पढ़ाई चौपट हो रही है तो वहीं गृहणियों के फेवरिट सीरियल्स पर ब्रेक लग गया है। आए दिल कानून-व्यवस्था पर संकट खड़ा हो रहा है, जमकर बवाल हो रहा है। इस बीच, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने भीषण बिजली संकट को लेकर दो सितंबर को जिले में महाबंद का एलान किया है। बंद के दौरान रूरल एरिया में भी दुकानें बंद रहेंगी।
बिजली से धंधा मंदा
अघोषित बिजली कटौती से कारोबारियों के माथे पर परेशानी की लकीरें खिंच रही हैं। दिन में बिजली गायब होने की वजह से कस्टमर्स नहीं आ रहे। वहीं शाम को दुकानों में चहलपहल कम होने लगी है। शहर में जरी, मिठाई, टॉफी, पिसाई समेत अन्य शॉप पर काम कर रहे वर्कर्स भी गर्मी से बेहाल होकर छुट्टी पर जाने लगे हैं। बाकी स्टाफ सिर्फ 6 घंटे ही काम कर रहे हैं। ऐसे में ज्यादातर शॉपकीपर्स दिन में शॉप बंद कर घरों का रुख कर लेते हैं। इस बाबत व्यापारियों ने कई बार बिजली विभाग समेत डीएम तक को ज्ञापन सौंपा था।
बच्चों का होमवर्क पूरा नहीं कर पा रहे
दिन और रात में बिजली नदारद होने की वजह से स्टूडेंट्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हायर एजूकेशन के स्टूडेंट्स तो किसी तरह मैनेज कर रहे हैं, लेकिन नर्सरी, केजी से क्लास फिफ्थ तक के बच्चे स्कूल जाने से घबराने लगे हैं। ऐसे में पेरेंट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इनवर्टर भी जवाब देने लगा है। बच्चों के होमवर्क पूरे नहीं हो रहे। असल में होमवर्क न पूरा होने से स्कूलों में डांट के डर से बच्चे स्कूल जाने से कतराने लगे हैं।
घर हो या ऑफिस कहीं सुकून नहीं
गवर्नमेंट ऑफिसेज हो या फिर प्राइवेट ऑफिसेज में बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था होने से राहत तो मिल जाती है, लेकिन घर पहुंचने के साथ ही आफत बरसने लगती है। बिजली ना आने से इनवर्टर चार्ज नहीं रहता, पंखे, टीवी और फ्रिज सभी बंद पड़े जाते हैं। ऐसे में दिन भर काम की थकावट के बाद घर पहुंचने पर चिड़चिड़ापन होता है। वाइफ और बच्चे बार बार बिजली विभाग में बिजली आने का समय पूछने की जिद करते हैं।
जीवन रक्षक दवाइयां हो रही खराब
बिजली की कटौती से हॉस्पिटल्स भी बीमार होने लगे हैं। पेशेंट्स की देखभाल के लिए करीब 15 घंटों तक जनरेटर चलाना पड़ रहा है। डॉक्टर्स की मानें तो पेशेंट्स के इलाज की फीस में इजाफा नहीं किया जा सकता है। ऐसे में सारा खर्च हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को ही वहन करना पड़ रहा है। इसके अलावा बिजली न आने की वजह से जीवन रक्षक दवाइयां भी खराब हो रही हैं।
गर्मी ने खुशियां छीन लीं
बिजली कटौती से सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को हो रही हैं। सुबह से शाम तक काम, लेकिन जब इंटरटेनमेंट का वक्त आता है तो सारा मूड खराब हो जाता है। क्योंकि बिजली कटौती ने उनके फेवरिट सीरियल्स पर जो ब्रेक लगा दिया है। ऐसे में इनवर्टर भी सीरियल्स की नेक्स्ट एपिसोड देखने की बेसब्री पर पानी फेर रहा है। ऐसे में बिजली विभाग को कोसने के अलावा उनके पास कोई दूसरा रास्ता नजर नहीं आता है।
वर्जन-
अकसर फेवरिट सीरियल्स के टाइम पर बिजली गायब हो जाती है। ऐसे में बच्चों का शोर गुल सुनकर गुस्सा आने लगता है। टीवी देखने के लिए इंवर्टर ऑन करने पर सभी चिल्लाने लगते हैं। गर्मी से बचने का कोई तरीका नजर ही नहीं आ रहा है।
अंकिता, हाउसवाइफ
बिजली ना आने से कारोबार प्रभावित हो रहा है। लेबर गर्मी की वजह से काम नहीं करना चाहते जो कर रहे हैं वह भी हीलाहवाली करते हैं। दिन में मार्केट सूना ही रहता है। शाम में भी कस्टमर्स की तादाद कम होने लगी है। ऐसे में धंधा मंदा हो रहा है।
- अनिल पाटिल, बिजनेसमेन
दिन भर बिजली ना आने की वजह से स्कूल और घर कहीं भी पढ़ाई में मन नहीं लगता। कंप्यूटर ऑन ना होने से होमवर्क नहीं हो पाते। मोबाइल चार्जिग लो होने से फोन भी साथ नहीं देता। रात भर जगना पड़ रहा है। घर और स्कूल कहीं भी राहत नहीं है।
- अभय विष्ट, स्टूडेंट
बिजली की जरूरत को जनरेटर से पूरा किया जा रहा है। पेशेंट्स को प्रॉब्लम ना हो इसलिए दिन भर में करीब 10 से 15 घंटे तक जनरेटर चलाना पड़ता है। इतने समय तक जनरेटर चलाने पर अच्छा खासा खर्च हो रहा है.ऐसे में हास्पिटल्स का बजट गडबड़ा रहा है।
- डॉ सुदीप सरन, फिजिशियन
ऑफिस में वैकल्पिक व्यवस्था होने से बिजली की कोई समस्या नहीं रहती, लेकिन घर पहुंचने के साथ ही बच्चे और वाइफ परेशान करना शुरू कर देते हैं। एक गिलास ठंडा पानी भी नहीं मिल पाता। इंवर्टर चार्ज नहंीं होने सोना भी मुश्किल हो गया है।
- सुनील कुमार, ऑफिसर एफएसडीए
बिजली कटौती पर दो सितंबर को महाबंद
BAREILLY: बिजली कटौती से व्यापारियों का पारा सातवें आसमान पर पहुंचने लगा है। इसी के तहत उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, महानगर बरेली ने दो सितंबर को पूरे जिले में महाबंद का एलान किया है। सिटी के साथ-साथ रुरल एरिया में भी दुकानें बंद रहेंगी।
सभी हो रहे हैं परेशान
एक प्रेस कांफ्रेंस में व्यापार मंडल के युवा प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि पूरी बरेली विद्युत कटौती से त्राहि-त्राहि कर रही है जिससे सारा कारोबार ठप हो गया है। उद्योगपतियों से लेकर छोटे-छोटे व्यापारी भी परेशान हो रहे हैं। जेनरेटरों की वजह से प्रदूषण फैल रहा है। बिजली विभाग के अधिकारी भी कुछ नहीं कर रहे हैं। कोई फोन उठाकर भी जबाव नहीं देता है। जिले में ख्0-ख्0 घंटे की कटौती हो रही है। जब पब्लिक आंदोलन कर रही है तो पुलिस उनपर लाठियां भांजी जा रही है। इसीलिए व्यापार मंडल चरणबद्ध प्रदर्शन करेगा। प्रथम चरण में सभी व्यापारियों, पब्लिक, सिनेमाघर मालिकों, पेट्रोल पंप मालिकों, रिक्शा-तांगा चालक समेत सभी लोगों को जोड़ा जाएगा। तहसीलों में भी बंद के लिए प्रचार किया जाएगा।
भैंस की आंख पर सफेद पट्टी बांधकर विरोध
उत्तर प्रदेश पश्चिमी संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश युवा प्रभारी सुनील खत्री की अगुवाई में अघोषित बिजली कटौती के विरूद्ध भैंस की आंख पर सफेद पट्टी बांधकर व बीन बजाकर प्रदर्शन किया। जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं।
बिजली कटौती पर बवाल, दो गिरफ्तार
उधर, वेडनसडे रात में भी शाहदाना उपकेंद्र पर मॉडल टाउन के लोगों ने जमकर हंगामा किया था। पुलिस ने इस मामले में जेई जगदीश की तहरीर पर दो लोगों के नामजद समेत दस अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी कर्मचारियों से मारपीट, तोड़फोड़ व अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने थर्सडे नामजद आरोपियों पारस अरोड़ा और महेशपुरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बिजली कटौती को लेकर बवाल
ख्7 अगस्त- शाहदाना उपकेंद्र पर मॉडल टाउन के लोगों का, पुलिस ने भांजी लाठियां, कोहाड़ापीर और डीडीपुरम बिजलीघरों पर भी बवाल
ख्म् अगस्त- मॉडल टाउन और कोहाड़ापीर में बिजली कटौती पर लोगों ने किया हंगामा
ख्भ् अगस्त- आंवला में विद्युत उपकेंद्र पर हंगामा, बवाल, एसडीओ का किया घेराव, एसडीएम को भी बनाया बंधक, मीरगंज में बिजलीघर पर गुस्साए लोगों ने जड़ा ताला, नवाबगंज में भी एसडीओ को बंधक बनाया, मजगतपुर, सुभाषनगर, व डीडीपुरम के लोगों ने बिजली घरों पर किया हंगामा, आरयू में भी बिजली को लेकर स्टूडेंटस ने किया हंगामा
ख्ब् अगस्त- सुभाषनगर व बारादरी में बिजली कटौती से परेशान होकर उपकेंद्रों पर किया हंगामा
ख्फ् अगस्त- सुभाषनगर उपकेंद्र का घेराव
ख्ख् अगस्त- सुभाषनगर में उपकेंद्र पर हंगामा, पुलिस ने भांजी लाठियां
ख्क् अगस्त- एक ही दिन में डीडीपुरम, जगतपुर, शास्त्रीनगर, अशरफखां छावनी समेत म् उपकेंद्रों पर लोगों ने बिजली कटौती को लेकर किया बवाल
ख्0 अगस्त- सुभाषनगर के बिजलीघर में लोगों ने की तोड़फोड़, राजेंद्र नगर, डीडीपुरम, व शाहबाद में भी हंगामा