-बोर्ड मीटिंग में कमिश्नर और सभी मेंबर्स की सहमति

-जल्द ही प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया जाएगा

BAREILLY: बरेली कॉलेज में एक बार फिर इवनिंग क्लासेज कंडक्ट होने का रास्ता साफ हो गया है। बस शासन के रुख का वेट करना होगा। ट्यूजडे को हुई कॉलेज की बोर्ड मीटिंग में कमिश्नर के रवींद्र नायक ने इस मुद्दे पर सभी मेंबर्स की सहमति से मुहर लगा दी। जल्द ही प्रस्ताव बनाकर इसे शासन को भेज दिया जाएगा। शासन की मंजूरी के बाद इवनिंग क्लास शुरू करने में कॉलेज को कोई प्रॉब्लम नहीं आएगी। इससे सैकड़ों स्टूडेट्स को राहत मिलेगी जो एडमिशन लेने से चूक जाते हैं।

कॉलेज की एकेडमिक क्वालिटी की निगरानी

नए सेशन से कॉलेज की एकेडमिक क्वालिटी को गंभीरता से लिया जाएगा। स्टूडेंट्स के लिए जहां 7भ् परसेंट अटेंडेंस कंपलसरी कर दिया गया है, वहीं बायोमैट्रिक मीशन से टीचर्स की भी अटेंडेंस ली जाएगी। क्लास रूम के हर माहौल की रिपोर्ट बनाई जाएगी। इसके लिए कमिश्नर ने मैनेजमेंट कमेटी को एक दूसरी कमेटी बनाने का निर्देश दिया है। जो हर तीन महीने में अटेंडेंस समेत एकेडमिक एक्सिलेंस की रिपोर्ट तैयार करेगी। मैनेजमेंट कमेटी द्वारा उसकी समीक्षा की जाएगी और सुझाव भी दिए जाएंगे। इसका पूरा ब्यौरा बोर्ड को भी भेजा जाएगा।

बीसीबी को ब्रांड की तलाश

करीब सवा सौ साल का स्वर्णिम इतिहास समेटे ऐतिहासिक बीसीबी को अब अपने साख की चिंता सताने लगी है। कॉलेज को अब ऐसे ब्रांड अम्बेसडर की तलाश है जिसकी एक्सिलेंट एकेडमिक रिकॉर्ड बेटर हो और जो अपने फील्ड में नाम कमा चुका है। ऐसा शख्स बीसीबी का प्रोडक्ट हो। बोर्ड ऐसे व्यक्ति को ब्रांड अंबेस्डर बनाकर उन्हें बोर्ड का लाइफ टाइम मेंबर बनाना चाहता है, ताकि वह जहां भी जाए कॉलेज को रिप्रेजेंट कर सके। कॉलेज के सम्मान और गौरव को बढ़ा सके। कमिश्नर ने सभी मेंबर्स को ऐसे शख्स की तलाश उनका नाम सुझाने के निर्देश दिए हैं। अगली बोर्ड मीटिंग में किसी एक शख्स पर संभवत: मुहर भी लग जाएगी।

कॉलेज के अनावश्यक खर्चो पर लगाम लगाने के निर्देश

मीटिंग में जब सेल्फ फाइनेंस कोर्सेज की आय-व्यय का ब्यौरा रखा गया तो कमिश्नर की त्योरियां चढ़ गई। सेल्फ फाइनेंस की आय से किए गए लाखों के खर्चो पर उन्होंने सवाल उठा दिए। ये खर्चे फर्नीचर, क्लासरूम, ब्लैकबोर्ड समेत कई मदों में किए गए थे। कमिश्नर ने सवाल उठाते हुए कहा कि इन मदों पर इतने खर्च नहीं होने चाहिए। उन्होंने अगली मीटिंग से पहले ऐसे खर्चो पर लगाम लगाने की के उपाय सुझाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ऐसे और इनोवेटिव कोर्सेज के नाम सुझाने के निर्देश दिए जो कॉलेज में आसानी से खुल सकें और उनसे आय भी हो सके।

बवालियों को सीधे रेस्टिकेट और एफआईआर

कॉलेज में अराजकता फैलाने वाले स्टूडेंट्स और स्टूडेंट्स लीडर्स के खिलाफ उन्होंने सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके लिए मैनेजमेंट कमेटी को एक अनुशासन समिति बनाने को कहा है। जो प्रिंसिपल के समन्वय से हर महीने ऐसे स्टूडेंट्स का रिकॉर्ड निकालेगी। अराजकता फैलाने वालों को तत्काल प्रभाव से रेस्टिकेट करने, एडमिशन कैंसिल करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

डॉ। रजनी अग्रवाल बनीं सेक्रेट्री

बीसीबी के बोर्ड ऑफ कंट्रोल के सेक्रेट्री के रूप में डॉ। रजनी अग्रवाल को चुना गया। इससे पहले भी सवा दो वर्ष पहले वे 9 महीनों तक सेक्रेट्री रह चुकी हैं। इससे पहले देवमूर्ति सेक्रेट्री थे, अब वे मैनेजमेंट कमेटी के सेक्रेट्री और बोर्ड के मेंबर बने रहेंगे। इसके साथ ही कनिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में वीर बहादुर सक्सेना और एग्जीक्यूटिव मेंबर के रूप में सपा जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह को चुना गया। वहीं मैनेजमेंट कमेटी के क्7 मेंबर्स भी बनाए गए। जिनमें से दो नए मेंबर हैं।

यूनियन इलेक्शन कंडक्ट कराने की मांग

मीटिंग के स्टूडेंट्स लीडर्स ने कमिश्नर से स्टूडेंट्स यूनियन को बहाल करते हुए इलेक्शन कराने की भी मांग कर डाली। विशाल यादव, इमरान अंसारी, हृदेश यादव, फैज मोहम्मद, रोहित यादव समेत कई स्टूडेंट्स लीडर्स ने कमिश्नर से वार्ता की। इसके साथ ही उन्होंने छात्रसंघ भवन खुलवाने की भी मांग की।