बरेली(ब्यूरो)। प्रतिबंध के बावजूद शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक व पॉलीथिन का इस्तेमाल हो रहा है। इससे पर्यावरण पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसको लेकर नगर निगम की ओर से भी बस औपचारिकता निभा कर पल्ला झाड़ लिया जाता है। एक वर्ष में दो लाख 89 हजार रुपए का चालान किया जा चुका है। उसके बाद भी धड़ल्ले से बाजार में इसका प्रयोग किया जा रहा है। एक बार फिर निगम की ओर से अभियान चलाकर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

नाले हो रहे चोक
निगम के अधिकारियों के मुताबिक पॉलीथिन की वजह से नाले चोक हो जाते हैैं, जिसकी वजह से जलभराव की स्थिति बन जाती है। नालों मे फंसी पॉलीथिन को निकालने में टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कई बार लोग इसको इस्तेमाल करने के बाद इसे जला देते हैैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। साथ ही इसके धुएं से सांस संबंधी समस्याएं होने का डर भी बना रहता है। पॉलीथिन न गलती है, न ही मिट्टïी में मिलने के बाद खत्म होती है, जिससे मिट्टïी की गुणवत्ता खराब होने लगती है।


स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ। अजय मोहन अग्रवाल ने बताया कि कई बार लोग गर्म खाने एवं चाय को पॉलीथिन में रखकर ले जाते हैैं। इसका इस तरह का प्रयोग भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। वहीं लंबे समय तक इसके इस्तेमाल से कैंसर की समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा खाने की तलाश में कई बार अवारा पशु भी इन्हे खा जाते है, जिससे उनकी जान पर बन आती है।


फैक्ट एंड फिगर
289000 रुपए का हुआ चालान (अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक)
2000 रुपए अप्रैल 2022 से 12 मई तक तक वसूले गए

हो रहा इस्तेमाल
शहर में पॉलीथिन व सिंगल यूज प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। दुकानों पर खुलेआम थर्माकोल से बने प्रोडक्ट्स बेचे जा रहे हैैं। हालांकि जब नगर निगम की टीम कार्रवाई करने पहुंंचती है तो दुकानदार द्वारा इन्हें छिपाकर रख लिया जाता है। टीम के जाने के बाद स्थिति फिर पहले जैसी हो जाती है।

जल्द होगी कार्रवाई
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अशोक कुमार ने बताया कि कार्रवाई को लेकर फाइल नगर आयुक्त के पास भेजी गई है। अतिक्रमण अभियान के बाद पॉलीथिन को लेकर कार्रवाई की जाएगी। निगम की टीम ने अप्रैल से 12 मई तक एक व्यक्ति का चालान किया है। इसके साथ ही अप्रैल 2021 से लेकर मार्च 2022 तक निगम की टीम ने 83 लोगों का पॉलीथिन इस्तेमाल करने पर चालान किया है। यह चालान दो लाख 89 हजार रुपए का किया जा चुका है।

पब्लिक टॉक
पॉलीथिन का इस्तेमाल पर्यावरण के लिए नुकसानदेह हैं। इसको पूरी तरह से प्रतिबंध करना बहुत जरूरी है। पब्लिक को भी इसको लेकर अवेयर होना चाहिए।
-रहमान

मुख्य नाले पॉलीथिन की वजह से चोक हो जाते हैं। बारिश में इनकी वजह से जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे नगरवासियों को काफी परेशानी होती है।
-शीतल

पॉलीथिन पर्यावरण को दूषित करती है। इसके इस्तेमाल करने वालों पर लगातार कार्रवाई होती रही है। इसको लेकर फिर से कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
-डॉ। अशोक कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी