- निगेटिव मार्किंग है भी कि नहीं कोई नहीं कर पा रहा है क्लीयर

- जबकि वेबसाइट पर निगेटिव मार्किंग देने के बारे में दिए गए हैं निर्देश

<- निगेटिव मार्किंग है भी कि नहीं कोई नहीं कर पा रहा है क्लीयर

- जबकि वेबसाइट पर निगेटिव मार्किंग देने के बारे में दिए गए हैं निर्देश

BAREILLY:

BAREILLY: आरयू के एंट्रेंस टेस्ट से पहले ही एक बड़ा कंफ्यूजन क्रिएट गया है। टेस्ट में निगेटिव मार्किंग है या नहीं इस बात को लेकर आरयू एडमिनिस्ट्रेशन खुद असमंजस में है। ऐसे में, स्टूडेंट्स की टेंशन बढ़ गई है। हालांकि, वेबसाइट पर निगेटिव मार्किंग होने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन एंट्रेंस सेल ऐसे किसी निर्देश से से इनकार कर रहा है, जिससे स्थिति उलझती जा रही है। यह पहली बार होगा जब आरयू के एंट्रेंस में निगेटिव मार्किंग लागू होगी।

वेबसाइट पर है इंफॉर्मेशन

आरयू के एंट्रेंस टेस्ट में इस बार निगेटिव मार्किंग लागू होगी। इससे पहले एंट्रेंस टेस्ट में निगेटिव मार्किंग नहीं थी। स्टूडेंट्स ने गलत आंसर चूज किया तो उनके मा‌र्क्स कटेंगे। लेकिन यदि उन्होंने बिना अटेंप्ट किए आंसर छोड़ दिया तो मा‌र्क्स नहीं कटेंगे। वेबसाइट पर दिए गए एंट्रेंस सेक्शन पर इसके साफ निर्देश दिए गए हैं। इस बार स्टूडेंट्स से पूरी तरह से ऑनलाइन फॉर्म भराए गए। स्टूडेंट्स को प्रॉसपेक्टस भी नहीं दिए गए। ऐसे में स्टूडेंट्स ने एंट्रेंस टेस्ट को लेकर सारी इंफॉर्मेशन वेबसाइट से ही ली।

ऐसे मिलेंगे मा‌र्क्स

एलएलबी, एलएलएम और एमएड में एडमिशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट क्7 मई को कंडक्ट किया जाएगा। जबकि एमएससी का एंट्रेंस टेस्ट ख्ब् से ख्7 मई तक कंडक्ट किया जाएगा। एलएलबी ख्00 क्वेश्चंस पूछे जाएंगे। हर क्वेश्चन क् मार्क का होगा। सही आंसर चूज करने पर क् मार्क मिलेगा जबकि ब् गलत आंसर चूज करने पर एक मार्क काट दिया जाएगा। एलएलएम में भी ख्00 क्वेश्चंस पूछे जाएंगे। हर क्वेश्चन क् मार्क का होगा। चार गलत जवाब पर क् मार्क काटा जाएगा। एमएड में भी यही प्रक्रिया लागू होगी। जबकि एमएससी में ख्00 क्वेश्चंस पूछे जाएंगे। हर क्वेश्चन ब् मा‌र्क्स का होगा। एक सही आंसर पर ब् मा‌र्क्स दिए जाएंगे जबकि एक गलत आंसर पर एक मार्क काटा जाएगा।

एंट्रेंस सेल को नहीं है इसकी जानकारी

दिलचस्प बात यह है कि निगेटिव मार्किंग के संबंध में एंट्रेंस सेल को ही जानकारी नहीं है। वेबसाइट पर निगेटिव मार्किंग को लेकर सारे निर्देश दिए गए हैं। जबकि एंट्रेंस सेल ऐसा कोई भी निर्देश होने से इंकार कर रहा है। जिससे स्टूडेंट्स के बीच कंफ्यूजन पैदा हो गया है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिरकार सही प्रक्रिया है क्या। वे सभी क्वेश्चंस को अटेंप्ट करें कि नहीं।

निगेटिव मार्किंग के संबंध में हमें कोई निर्देश प्राप्त नहीं है। इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। एंट्रेंस में निगेटिव मार्किंग नहीं होती आई है। इस बार यदि है तो इसके बारे में पता करना पड़ेगा।

- प्रो। वीपी सिंह, प्रोवीसी, आरयू