-पिछले दिनों ने निगम ने अक्षर विहार तालाब की जमीन को कराया था कब्जामुक्त
बरेली। अक्षर विहार तालाब के दो हजार वर्ग मीटर से अधिक रकबे पर वर्षो पुराना कब्जा जिला प्रशासन ने हटा तो दिया, पर इसको तालाब में तब्दील करना अभी बाकी है। प्रशासन ने कब्जे वाली जमीन की पैमाइश कराकर यहां डिमार्केशन भी कर दिया है। इसके साथ अब इस भूमि पर नगर निगम की ओर से नोटिस बोर्ड भी लगा दिया गया है। इसमें जमीन की स्थिति की जानकारी सार्वजनिक की गई। नोटिस बोर्ड में नगर आयुक्त के हवाले से लिखा है कि यह संपत्ति नगर का तालाब है, इसमें कब्जा करना दंडनीय अपराध है।
सत्ता के साथ बदला प्रशासन का रुख
अक्षर विहार तालाब की जिस भूमि को जिला प्रशासन ने अब कब्जा मुक्त कराया है, उस पर कब्जा पिछली सरकार के कार्यकाल में हुआ था। तब जिला प्रशासन की मेहरबानी से ही इस जमीन पर कब्जा लिया गया था। जमीन के कब्जेदार अपने कब्जे को पूरी तरह वैधानिक मान रहे हैं। उनका कहना है कि उनके पास जमीन की रजिस्ट्री है। कब्जेदारों ने अपनी बात जमीन को कब्जामुक्त कराने आए अधिकारियों के सामने भी रखी थी, पर एसडीएम ने उनसे दो टूक कह दिया कि उन्होंने तालाब की जमीन पर कब्जा किया है और इसे कब्जामुक्त कराया ही जाएगा।
सौंदर्यीकरण के दावे कब होंगे पूरे
जिला प्रशासन ने तालाब की भूमि को कब्जामुक्त कराने के साथ ही इसके सौंदर्यीकरण की बात कही है। इस जमीन पर अब नगर निगम का नोटिस बोर्ड लग गया है तो सौंदर्यीकरण भी निगम की ओर से ही कराया जाएगा। जमीन को कब्जामुक्त कराने के बाद जिस तरह आगे की कार्रवाई में ढिलाई बरती जा रही है, उससे इस मामले के कोर्ट तक पहुंचने की संभावना भी जताई जा रही है। अगर ऐसा हुआ तो इस तालाब के सौंदर्यीकरण के दावे भी खोखले ही साबित होंगे।