बरेली (ब्यूरो)। निगम की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई इसी कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले अभी तक बुलंद हैै। फुटपाथ से लेकर यात्री शेड तक अतिक्रमण पहले बरकरार हैै। हालांकि निगम के यात्री शेड पर अतिक्रमण करने वाले कुछ हद तक राहत में हैै क्योंकि उनके खिलाफ निगम की ओर से कार्रवाई नहीं की गई। हालात यह हैैं कि निगम द्वारा शहर के मुख्य स्थानों पर यात्री शेड बनवाए गए थे। लेकिन देखरेख के आभाव में कई शेड पर कब्जा हो चुका है। लाखों की लागत से बने शेड्स अब सिर्फ निगम के लिए विज्ञापन के जरिए कमाई का जरिया बन गए हैैैं।

नहीं रुकती गाडिय़ां
निगम के यात्री शेड पर कोई भी वाहन नहीं रुकता हैै और गंदगी होने के कारण कोई भी यात्री यहां पर बैठना पसंद नहीं करता हैै। यह निगम की लापरवाही का नतीजा हैै कि यात्री शेड खस्ताहाल स्थिति में हैैं। शहर में जो शेड कुछ ठीक स्थिति में हैैं तो उनकी सीटों पर इतनी गंदगी हैैं कि यात्री का इन पर बैठ पाना मुश्किल हैै। यही कारण है राहगीर यात्री शेड से दूर खड़े होकर वाहन का इंतजार करते है। पब्लिक ट्रंासपोर्ट भी यात्री शेड पर नहीं रुकते है। निगम को इसको लेकर आवश्यक कार्रवाई करने की जरूरत हैैं।

कमाई का बना साधन
शहर में कई स्थानों पर यात्री शेड बनाए गए थे, ताकि यात्री बसों का इंतजार करने साथ ही आराम भी कर सकें। लेकिन अधिकांश यात्री शेड पर पान और चाय बेचने वालों ने तो कब्जा कर रखा है, कई शेड पर पर्किंग बना दी गई हैैंं। नगर निगम प्रशासन ने अभियान चलाकर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी। साथ ही अतिक्रमणकारियों का सामान भी जब्त किया था। लेकिन उसके बाद भी यात्री शेड पर कब्जा करने वाले बच गए। निगम इन खस्ताहाल यात्री शेड पर विज्ञापन लगाकर कमाई करने पर ध्यान दे रही है और पब्लिक की सुविधा को इग्नोर किया जा रहा है।

केस-01, चौपुला चौराहा
चौपुला चौराहे पर बना हुए यात्री शेड पर निगम की ओर से विज्ञापन लगाने का ध्यान तो रखा गया हैैं लेकिन अतिक्रमण हटाना भूल गए हैैं। इस यात्री सेड में सीटों के पास किसी ने अपना ठेला पार्क कर रखा हैैं तो किसी ने शेड के आगे दुकान लगा ली हैैं। इस शेड को चारों तरफ से अतिक्रमणकारियों ने घेर लिया है। लेकिन निगम की ओर से कोई कार्रवाई की जा रही हैं।

केस-02,केशलता अस्पताल के सामने
यहां बनाए गए यात्री शेड पर आपको यात्री तो नजर नहीं आएंगे, लेकिन अस्पताल की ओर से इसका इस्तेमाल गाडिय़ों के पार्किंग के रूप में किया जा रहा हैै।

केस-03, मिशन मार्केट
यहां पर बने यात्री शेड के आगे दुकानें लगा दी हैै। तो कई लोग गाड़ी को पार्क करने में भी इसका इस्तेमाल करते हैं। निगम से लगभग एक किलोमीटर से कम दूरी पर बने इस यात्री शेड का यह हाल हैै तो शहर के अन्य शेड का क्या हाल होगा। इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

ïवर्जन
शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए निगम की ओर से समय-समय पर अभियान चलाया जाता है, इसको लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
-विवेक त्रिपाठी, सहायक नगर आयुक्त