सुबह ही लग गई थी भीड़

आरके उपाध्याय ने बताया कि मंडे सुबह से ही ऑफिस में 2 हजार से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन के लिए आ गए। सूरज चढऩे के साथ गल्र्स और ब्वॉयज रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए बेकाबू होने लगे। कैंडिडेट्स ने पहले रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए शोर मचाना शुरू कर दिया। ऑफिस के अंदर और बाहर एक सी हालत थी। ऑफिस पर बिगड़ते हालात को देखते हुए अधिकारियों ने पुलिस को बुला लिया।

पुलिस ने किया बल प्रयोग

पुलिस को हंगामा कर रहे कैंडिडेट्स को काबू करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। काफी देर गहमागहमी और मशक्कत चलती रही। पुलिस ने लड़कों को कार्यालय के बाहर ही रोक दिया और लड़कियों के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था अंदर रूम में कर दी गई। पुलिस और बेरोजगारों के बीच की तनातनी पूरे दिन चलती रही। पुलिस सभी को लाइन में एडजस्ट करने में लगी रही। देर शाम तक पुलिस वहीं तैनात रही। क्षेत्रीय सेवा योजन अधिकारी डीपी सिंह के एकॉर्डिंग मंडे शाम तक 3 हजार से ज्यादा लोगों को रजिस्ट्रेशन किया जा चुका था।

बहुत कुछ खोया

भीड़ और शोरगुल के बीच एक कैंडिडेट किश्किंधा अचानक बेहोश हो गई। वहीं एक महिला का बच्चा खो गया तो एक लड़की का पर्स खो गया। लोगों ने मौके पर मौजूद पुलिस पर भी कोऑपरेट न करने का आरोप लगाया।

गल्र्स में ज्यादा क्रेज

रजिस्ट्रेशन के लिए सेवा योजन कार्यालय की दहलीज तक गल्र्स ज्यादा पहुंच रही है। अधिकारी भी मानते है कि ब्वायज से ज्यादा गल्र्स में रजिस्ट्रेशन का क्रेज देखा जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक अभी तक हुए रजिस्ट्रेशन में 60 परसेंट गल्र्स है। गल्र्स की सहूलियत देखते हुए उनके काउंटर अंदर बनाये गये है।

मैं अपील करता हूं कि यूथ अपने फॉर्म पर अंकित डेट को देखकर ही कार्यालय में रजिस्ट्रेशन के लिए आएं। कार्यालय में रजिस्ट्रेशन एक सामान्य प्रक्रिया है इसकी कोई अंतिम तिथि नहीं है। इसलिए अफवाहों को नजरअंदाज करें। कार्यालय में रजिस्ट्रेशन निशुल्क किया जा रहा है। इसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जा रहा। रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म की बाउंडेशन हटा दी गई है।

-डीपी सिंह, क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी