जिला उप निर्वाचन अधिकारी ने जारी किए निर्देश, अनुपस्थित कर्मचारियों के वेतन रोका
बरेली : शिक्षक संघ के विरोध के बावजूद मतगणना का स्थगन नहीं हुआ। दो मई सुबह सात बजे से शुरू हुई मतगणना में बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने मतगणना ड्यूटी से ही किनारा कर लिया। ऐसे कर्मचारियों की संख्या करीब 438 बताई जा रही है। देर शाम जिला उप निर्वाचन अधिकारी वीके सिंह ने ऐसे कर्मचारियों को तीन मई दोपहर तक चलने वाली मतगणना में शामिल होने का एक मौका दिया है, ऐसा नहीं होने पर प्रशासन मतगणना ड्यूटी से नदारद रहे कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा।
मई का वेतन रोका
बता दें कि पर्यवेक्षक रामनगर में 24, शेरगढ़ में 34, बिथरीचैनपुर में 24, मीरगंज में 27, फतेहगंज पश्चिमी में 22, भदपुरा में 33, बहेड़ी में 39, मझगवां में 31, फरीदपुर में 31, दमखोदा में 28, नवाबगंज में 50, आलमपुर जाफराबाद में 28, भुता में 31, भोजीपुरा में 17 और क्यारा में 19 कर्मचारी सुबह ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। इसके अतिरिक्त कुल 841 कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे।
प्रशासकीय अधिकारियों को अंदेशा था, लेकिन रिजर्व कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए भी दोपहर 12 बजे तक व्यवस्था बन सकी। इसलिए कई विकासखंड में मतगणना ही विलंभ से शुरू हो सकी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी वीके सिंह ने बताया कि मतगणना पर्यवेक्षक प्रथम, मतगणना सहायक और द्वितीय मतगणना सहायक बिना कारण बताए ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। अनुपस्थित कर्मचारियों की मई महीने का वेतन रोका जा रहा है। विभागीय संस्तुतियों के बाद ही वेतन आहरित हो सकेगा।
मतपत्रों को कैंसिल करने पर हंगामा
क्यारा ब्लॉक के मदर टेरेसा स्कूल में बने मतगणना स्थल में हंगामा हो गया। एजेंटों ने आरोप लगाया कि अंगूठा लगे मतपत्रों को निरस्त माना गया। हंगामा होते देखकर एजेंटो को समझाने के लिए पुलिस पहुंची। सिटी मजिस्ट्रेट मदन कुमार भी टेबल पर पहुंचकर एजेंटों को समझाकर शांत कराया। उन्होंने बताया कि वैध मुहर के इतर कोई भी निशान मतपत्र पर स्वीकार नही होगा। इसके बाद मामला शांत हुआ।
मतपत्र पर एक प्रत्याशी ज्यादा
क्यारा ब्लॉक के कांधरपुर यानी वार्ड 11 में बीडीसी के लिए चुनाव पांच प्रत्याशियों ने लड़ा, चिन्ह भी पांच जारी हुए। अब कॉउं¨टग में आरोप लगाया गया कि मतपत्र पर छह उम्मीदवार है। छठवे को ही सबसे ज्यादा वोट पड़े है। सिटी मजिस्ट्रेट मदन कुमार के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।