- बिजली मैनेज करने के लिए शहर के पांच फीडर करने पड़े बंद
- दोपहर के पहले तक ही की गई 5 घंटे से अधिक की कटौती
- दो महीने बाद रोजा यूनिट ठीक होने से बिजली सप्लाई की बंधी कुछ उम्मीद
BAREILLY: पहले से ही बिजली कटौती की मार झेल रहे बरेलियंस को वेडनसडे को 'डबल करंट' लगा। यूनिट ठप होने से पर्याप्त बिजली नहीं मिली, जिसके चलते ट्रांसमिशन से शहर के पांच फीडर की लाइन ही बंद करनी पड़ गई। कई एरिया में सुबह से लेकर देर शाम तक सेंट्रल रोस्टिंग की वजह से बिजली सप्लाई बंद रही। वहीं इस बीच लोकल फॉल्ट ने आग में घी डालने का काम किया। हालांकि इस बीच रोजा की खराब पड़ी एक यूनिट के ठीक होने से कुछ राहत की उम्मीद जगी है। ऑफिसर्स का मानना है कि रोजा की यूनिट ठीक होने से शहर में बिजली सप्लाई बेहतर होगी।
ट्रांसमिशन से रोकनी पड़ी सप्लाई
ट्रांसमिशन से सिविल लाइंस, शहदाना, कुतबखाना, सदर कैंट, रामपुर गार्डन, दूरदर्शन, एमईएस, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और रेलवे फीडर सहित 9 फीडर को बिजली डिस्ट्रिब्यूट होती है। मगर बिजली संकट के कारण वेडनसडे को आला अधिकारियों के निर्देश के बाद ट्रांसमिशन ग्रिड से शहर के भ् सब स्टेशन सिविल लाइंस, शहदाना, कुतुबखाना, सदर कैंट और रामपुर गार्डन फीडर की लाइन मॉर्निग भ्.भ्भ् पर बंद करनी पड़ी। 8.ख्भ् पर दोबारा बिजली सप्लाई कुछ देर के लिए हुई मगर फिर दोपहर क्0.ब्0 से क्ख्.ब्0 के बीच पांचों फीडर की लाइन एक बार फिर बंद कर दी गई।
क्00 मेगावॉट कम मिली बिजली
बिजली का उत्पादन कम होने का असर ये रहा कि सिटी को क्00 मेगावॉट बिजली कम मिली। अर्बन के लिए ब्भ्0 मेगावॉट बिजली की जरूरत परडे होती है। मगर वेडनसडे को फ्00 मेगावॉट ही बिजली मिल सकी। बरेली ही नहीं इस समय पूरे प्रदेश में यूनिट ठप होने से बिजली संकट गहरा गया है। ऑफिसर्स की मानें तो पूरे प्रदेश के लिए करीब ख्9ख् मिलियन यूनिट (क्ब्,000 मेगावॉट ) बिजली की आवश्यकता होती है। मगर प्रजेंट टाइम में ख्भ्ब् मिलियन यूनिट (क्क्,000 मेगावॉट ) ही बिजली मिल रही है। यानि बरेली सहित पूरे प्रदेश के लिए परडे फिलहाल फ्,000 मेगावॉट बिजली की और आवश्यकता है।
लोकल फॉल्ट की समस्या अलग
यूनिट ठप होने के अलावा लोकल फॉल्ट के लोचे ने भी बरेलियंस को खूब रुलाया। वेडनसडे को लोकल फॉल्ट की समस्या भी खूब रही। कोहाड़ापीर, डीडीपुरम, मढ़ीनाथ, संजय नगर और जगतपुर सब स्टेशन में कुछ न कु छ दिक्कतें बनी रहीं।
रोजा यूनिट सही होने से उम्मीद
तमाम प्रॉब्लम्स से जूझ रहे बिजली विभाग के ऑफिसर्स ने रोजा यूनिट ठीक होने से थोड़ी बहुत राहत की सांस ली है। रोजा में फ्00-फ्00 मेगावॉट की चार यूनिट हैं यानि रोजा पॉवर प्लांट से क्ख्00 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होता है। मगर एक यूनिट पिछले दो महीने से खराब पड़ी थी, जिसकी मरम्मत का काम चल रहा था। वेडनसडे को खराब पड़ी यूनिट को ठीक कर लिया गया। ऑफिसर्स यूनिट सही होने से बिजली सप्लाई कुछ दुरुस्त होने की बात कह रहे हैं।
यूनिट बंद होने से बिजली सप्लाई पर असर पड़ा है। दोपहर के पहले तक ही दो बार कटौती करनी पड़ी। हालांकि, रोजा यूनिट के ठीक होने से कुछ उम्मीद जगी है।
-एके अग्रवाल, एसई, ट्रांसमिशन