- बारिश के चलते बिजली ने दिया धोखा
-बिजली कटौती से पूरे दिन परेशान रहे शहर के लोग
- टांसफार्मर जलने के साथ टूटकर गिरे वायर
BAREILLY: मंडे रात हुई झमाझम बारिश ने बरेलियंस के चेहरे पर राहत भरी मुस्कान ला दी पर जल्द ही इस खुशी को 'बिजली' का करंट लग गया। एक तरफ बूदों से बरसना शुरू किया तो दूसरी तरफ बिजली विभाग के जर्जर इक्विपमेंट्स ने धोखा देना। इस वजह से ट्यूजडे को पूरे शहर में बत्ती गुल रही। सिविल लाइंस, ग्रीन पार्क, पवन विहार, महानगर, राजेंद्र नगर जैसे पॉश इलाकों में भी लगातार एक घंटे भी बिजली सप्लाई नहीं हो सकी। इससे मौसम ठंडा होने के बाद भी बिजली कटौती से परेशान बरेलियंस का टेम्प्रेचर हाई रहा। विभाग के कर्मचारी और ऑफिसर्स अपने जर्जर इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट्स को दोष देने के बजाय मौसम पर सारा ठीकरा फोड़ते रहे। बिजली कटौती से परेशान लोगों ने सर्किट हाउस स्थिति चीफ ऑफिस का घेराव कर जमकर हंगामा किया। चीफ इंजीनियर पीके गुप्ता के आश्वासन के बाद हंगामा कर रहे लोगों का गुस्सा शांत हुआ।
टांसफार्मर जले, टूटकर गिरा वायर
बारिश और हवा के चलते बिजली विभाग के जगह-जगह फ्यूज उड़ने स्टार्ट हो गए। रामपुर गार्डन का ब्00 केवीए का टांसफार्मर जल गया। जिस वजह से रामपुर गार्डन में बिजली सप्लाई रात से ही ठप हो गई। वहीं हरुनगला और बाईपास एरिया में बिजली का वायर टूटकर गिर गया। हालांकि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। लोग बाल-बाल बच गए। वायर टूटने की इंफॅार्मेशन लोगों ने तुरंत बिजली विभाग के कर्मचारियों को दी। लेकिन उनकी लापरवाही के चलते कई घंटे तक वायर जमीन पर ही पड़ा रहा। दोबारा कंप्लेन करने पर वायर बदले जाने का काम हो सका। वहीं सिविल लाइंस में भी वायर टूटने की घटना हुई।
मौसम ठंडा लेकिन बरेलियंस 'गर्म'
भले ही बारिश ने मौसम को खुशगवार बना दिया मगर बिजली विभाग की बदइंतजामी के चलते ट्यूजडे को लोगों का गुस्सा सांतवें आसमान पर रहा। बिजली नहीं होने से पीने के पानी तक की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ा। कुछ घंटे इंवर्टर चलने के बाद इंवर्टर ने भी साथ छोड़ दिया। आखिरकार लोगों का गुस्सा बिजली विभाग के खिलाफ फूट ही पड़ा.चकमहमूद के लोगों ने चीफ इंजीनियर पीके गुप्ता का घेराव कर लिया। लोग ऑफिस के अंदर तक पहुंच गए। हंगामा कर रहे अनुज वर्मा, दीपक राठौर, रामकुमार, रामपाल, सुशील कुमार जावेद सहित अन्य लोगों का कहना था कि चकमहमूद एरिया में ब्00 केवीए का ट्रांसफार्मर लगा है, लेकिन उस पर इतना अधिक लोड है कि ट्रांसफार्मर आए दिन जल जाता है। कंप्लेन करने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
घनघनाते रहे फोन
बिजली विभाग द्वारा समस्याओं के निस्तारण के लिए तीन कंट्रोल रूम बनाए गए है, लेकिन कंट्रोल रूम बस शोपीस बनकर रह गए हैं। ट्यूजडे को बिजली कटौती से परेशान लोग पूरे दिन कंट्रोल रूम फोन कर कंप्लेन दर्ज कराते रहे मगर इसके बाद भी समस्याओं को निस्तारण नहीं हो सका। एक-एक कंट्रोल रूम में ट्यूजडे को दो दर्जन से अधिक कंप्लेन दर्ज हुई।