बरेली (ब्यूरो)। मैम मेरी तबियत ठीक नहीं है मेरे इलाज के पेपर देख लीजिए मेरे घर पर बच्चों को संभालने वाला कोई नहीं है इसीलिए मेरी ड्यूटी काट दीजिए। जी हां कुछ इसी तरह के एक से एक बढक़र बहानेबाजी लेकर लोग विकास भवन पहुंच रहे हैं। मकसद सभी का एक ही है कि किसी तरह चुनाव ड््यूटी कट जाए। रोजाना करीब दो से ज्यादा चुनाव कार्मिक मतदान ड्यूटी कटवाने के लिए विकास भवन में चिकित्सकों की टीम के समक्ष पेश हो रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारियों की ड्यूटी काटने से मना कर दिया गया। चुनाव ड्यूटी लगने पर पता चला कि शहर की एक महिला शिक्षक पिछले डेढ़ वर्ष से लापता हैं। प्रधानाचार्य ने जिला निर्वाचन अधिकारी को इस ङ्क्षबदु से लिखित में अवगत कराया।
कई मामले आए सामने
शहर में आर्य पुत्री इंटर कालेज सहायक अध्यापक कविता ङ्क्षसह की ड्यूटी मतदान अधिकारी द्वितीय के रूप में लगाई गई। इसकी सूचना विद्यालय को भेजी गई लेकिन विद्यालय की प्रधानाचार्य प्रवेश कुमारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजकर अवगत कराया है कि कविता ङ्क्षसह 16 जुलाई 2021 से अनुपस्थित चल रही है। उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा जिससे कि उन्हें ड्यूटी की सूचना दी जा सकी। यह मामला अकेला नहीं है बल्कि ऐसे और भी कई मामले और सामने आ रहे हैं। हैरानी यह है कि विभागीय अधिकारियों की ओर से एक पत्र लिखकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली गई है।
कई कर रहे बहानेबाजी
विकास भवन में चिकित्सकों की टीम के समक्ष बड़ी संख्या में चुनाव कार्मिक अपनी बीमारियों की जानकारी देकर चुनाव ड्यूटी से मुक्त होना चाह रहे हैं। कई बीएलओ बुधवार को भी चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए पहुंचे। डबल ड्यूटी लगने पर भी कई चुनाव कार्मिक परेशान होते नजर आए। अपनी शादी, हनीमून, अपने भाई-बहन की शादी, बेटे-बेटी की शादी को लेकर चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की गुहार लगा रहे हैं। पत्नी और पति दोनों की ड्यूटी लगने पर एक को ड्यूटी से मुक्त करने के आवेदन भी आ रहे हैं। चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए कार्मिक रोने से लेकर हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। डीसी मनरेगा गंगाराम ने बताया कि बेहद जरूरी होने पर चुनाव कार्यों से मुक्त किया जा रहा है। कार्मिक मन लगाकर चुनाव ड्यूटी करें। ड्यूटी कटवाने के लिए बहानेबाजी न करें।
डयूटी कटी तो लौटी खुशी
चुनाव ड्यूटी कटवाने आए मतदान कर्मियों के तरह तरह के रंग देखने को मिले। वेडनसडे को डयूटी कटवाने के लिए जो भी मतदान कर्मी पहुंचा वह बहुत ही परेशान हाल होकर पहुंचा। लेकिन जैसे ही चुनाव ड्यूटी कटवाकर विकास भवन की बिल्डिंग से बाहर निकला तो उनकी चाल में गजब की फुर्ती और चेहरों पर रौनक देखते ही बन रही थी।