- आई नेक्स्ट के मुहिम में बरेलियंस ने बेबाकी से रखी अपनी राय
- आप भी कैंपेन में शामिल होकर कर सकते हैं अपने मुद्दे का चुनाव
BAREILLY: लोकसभा इलेक्शन का खुमार सिटी के चौक चौराहों से लेकर गली मोहल्लों में भी बखूबी देखने को मिल रहा है। यूथ ब्रिगेड हो या हाउसवाइव्स, सीनियर सिटीजंस हों और प्रोफेशनल्स, सबकी जुबां पर लोकसभी इलेक्शन की सरगर्मियों के ही चर्चे हैं। जहां चार लोग इकठ्ठा होते हैं, वहां पॉलीटिक्स का डिस्कशन शुरू हो जाता है। हर किसी के जहन में यही सवाल है कौन बनेगा संसद का सुल्तान। आई नेक्स्ट भी अपने कैंपेन 'हैं तैयार हम' के जरिए बरेलियंस की नब्ज टटोलने में लगा हुआ है। वेडनसडे को अपने कैंपेन में हमले गवर्नमेंट इंप्लॉइज को शामिल किया। कैंपेन में भागीदारी कर रहे रोडवेज कर्मचारी राजीव सक्सेना, महेंद्र सिंह, रविंद्र वर्मा, गोपाल शर्मा, राजेश शर्मा, जगमोहन यादव, ममता सिंह और फरहत इंसार ने डिफरेंट मुद्दों पर अपने व्यू एक्सप्रेस किए।
स्थानीय लेवल पर हो विकास
अपने मुद्दे को बेबाकी से रखते हुए जगमोहन यादव का कहना था कि मंत्रियों को स्थानीय मुद्दों पर काम करने की जरूरत है। बिजली, पानी और सड़क पब्लिक के लिए बेसिक नीड है। इनका विकास करना बेहद जरूरी है। इसी बीच ममता सिंह ने डेवलपमेंट न होने का रीजन करप्शन बताया। ममता का कहना है कि नेताओं के अंदर करप्शन घर कर गया है। इसके चलते स्थानीय लेवल पर विकास नहीं हो रहा है। वहीं रविंद्र ने करप्शन के पीछे की जड़ को अनइंप्लॉयमेंट बताया। गवर्नमेंट को एजूकेशन के डेवलपमेंट के साथ जॉब्स प्रोवाइड करने के लिए भी जरूरी कदम उठाने चाहिए।
जोश में दिखे लोग
कैंपेन में शामिल सभी लोग काफी एक्साइटेड दिखे। हर कोई फ्यूचर लीडर को लेकर अपनी-अपनी एक्सपेक्टेशन बताने में लगा रहा। किसी ने कैंडीडेट की इमेज का सबसे इंपॉर्टेंट बताया तो किसी के लिए फर्स्ट प्रियॉरिटी कैंडीडेट की एजूकेशन है। उनके मुताबिक अगर कैंडीडेट पढ़ा-लिखा और ईमानदार होगा तभी वह बेहतर तरीके से देश का विकास कर पाएगा। सभी का ये भी कहना था कि आई नेक्स्ट ने जो भी मुद्दें उठाए हैं, उन पर काम होना बहुत जरूरी है।
इस तरह की पहल होती रहनी चाहिए। देश के विकास के लिए व्यक्ति को अपने लेवल पर भी वर्क करने की जरूरत है।
राजीव सक्सेना, सर्विसपर्सन
आई नेक्स्ट की यह पहल बहुत अच्छी लगी। लोकसभा इलेक्शन में उम्मीदवार की इमेज कैसी है इसको ध्यान में रखकर वोट देना बेहद जरूरी है।
महेंद्र सिंह, सर्विसपर्सन
हमें अपने वोट के महत्व को समझना होगा। वोट किस पार्टी को दे रहे हैं ये मायने नहीं रखता है। वोट किस कैंडीडेट को दे रहे हैं ये माएने रखता है।
रविंद्र वर्मा , सर्विसपर्सन
कैंपेन में अपने मुद्दों को शेयर कर अच्छा लगा। पब्लिक को अपनी आवाज उठाने की जरूरत है। लोग अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठाना चाहते हैं।
गोपाल शर्मा, सर्विसपर्सन
समाज में कई तरह के लोग हैं। सबकी अलग सोच है पर उम्मीदवारों का चुनाव करते वक्त सबको एकजुट होने की जरूरत है।
राजेश शर्मा, सर्विसपर्सन
इंडिया एक पॉवरफुल कंट्री है। बावजूद इसके हम डेवलपमेंट की फील्ड में पीछे हैं। हमें अपनी कमजोरी आइडेंटीफाई कर उस पर वर्क करने की जरूरत है।
-जगमोहन यादव, सर्विसपर्सन
इलेक्शन में सभी लोगों को अपनी भागीदारी निभाने की जरूरत है। पार्टी प कास्ट देखकर नहीं बल्कि अच्छे इमेज वाले व्यक्ति को सामने लाने की जरूरत है।
-फरहत इंसार, सर्विसपर्सन
Ballot byte
करप्शन, बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी इन तीनों क्षेत्र में सबसे ज्यादा काम करने की जरूरत है। जॉब नहीं मिलने के चलते ही करप्शन बढ़ रहा है। वहीं जॉब की कमी के चलते ही यंगस्टर्स क्राइम में इंवॉल्व हो रहे हैं। रोजगार दिलाने के लिए गवर्नमेंट तमाम वादे तो करती हैं मगर जब उस वादे को निभाने की नौबत आती है तो अपने हाथ पीछे खींच लेती है। भारत में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। युवा ही इस देश को एक नई पहचान दिला सकते हैं, मगर गवर्नमेंट इन युवाओं को ट्रैक पर लाने में कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है। इसका नतीजा यह है कि जिनके पास पैसा है वे तो अपने बच्चों को पढ़ने के लिए फॉरेन भेज रहे हैं। वहां स्टडी करने के बाद बच्चे वहीं सेटल भी हो जाते हैं। भारत का हुनर विदेशों में अपना कमाल दिखाता है। लिहाजा गवर्नमेंट को देश के युवा हुनरबाजों को देश में ही रखने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। आई नेक्स्ट ने अपने कैंपेन के जरिए जिन मुद्दों को उठाया है। वे सभी कंट्री के विकास के लिए बेहद जरूरी है।
ममता सिंह, सर्विसपर्सन