-- कांग्रेस कैंडीडेट प्रवीण सिंह ने फेसबुक पर 32 हजार खर्च किए

-- कोई बाहर से तो कोई ऑफिस में ही बनवा रहा चाय

-- सबसे ज्यादा खर्च गाडि़यों के ईधन के तौर पर दिखाया गया

-- कैंडीडेट के चाय-पानी सबका हिसाब रजिस्टर में फेसबुक

BAREILLY: सोशल मीडिया पर कैंडीडेट्स द्वारा किए जा रहे प्रचार पर चुनाव आयोग की कड़ी नजर है। इस पर नजर रखने के लिए सभी डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस को निर्देश दे दिए गए हैं। कैंडीडेट्स सोशल मीडिया पर क्या खर्च कर रहे हैं। उन्हें इसका ब्यौरा अपने चुनावी खर्च में दिखाना होगा, लेकिन बरेली के कैंडीडेट्स इसे गंभीरता से नहीं ले रहे। डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस में कैंडीडेट्स द्वारा दिए गए खर्च के रजिस्टर भी इसकी पुष्टि करते हैं। कांग्रेस कैंडीडेट प्रवीन सिंह ऐरन ही एक ऐसे कैंडीडेट हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर किए गए खर्च का ब्यौरा दिया। बाकी कैंडीडेट्स इस मामले में पीछे हैं। जबकि ज्यादातर कैंडीडेट्स सोशल मीडिया पर जमकर प्रचार कर रहे हैं। इस मामले में डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस शिकायत मिलने पर खर्च का ब्यौरा मांगने और कार्रवाई की बात कह रहा है।

सभी कर रहे सोशल मीडिया का यूज

बरेली लोकसभा सीट की बात करें तो यहां बड़ी पार्टियों में कांग्रेस से प्रवीन सिंह ऐरन, बीजेपी से संतोष गंगवार, सपा से आयशा इस्लाम, बसपा से उमेश गौतम व आप से सुनील कुमार मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सभी वोटर्स को अपनी ओर खींचने के लिए जमकर प्रचार कर रहे हैं। बैनर, पंपलेट, स्टीकर, झंडों के साथ-साथ घर-घर जाकर वोट मांगे जा रहे हैं। वहीं अधिकतर कैंडीडेट सोशल साइट पर भी जमकर प्रचार कर रहे हैं। इसके लिए सोशल साइट पर बने एकाउंट में डेली होने वाली एक्टिविटी भी पोस्ट की जा रही हैं। कंटेंट के साथ-साथ फोटो व वीडियो भी अपलोड किए जा रहे हैं। इन एकाउंट को अपडेट करने के लिए बाकायदा अलग से टीमें भी लगाई गई हैं, जिन्हें इसका मेहनताना भी दिया जा रहा है, लेकिन चुनावी खर्च में इसे दिखाने से कैंडीडेट अभी तक इससे दूर ही हैं।

प्रवीण सिंह ने दिखाया फेसबुक का खर्चा

वैसे तो कांग्रेस कैंडीडेट प्रवीण सिंह ऐरन ने सबसे ज्यादा खर्च वाहनों में पड़ने वाले ईधन, ड्राइवरों का भत्ता व प्रचार सामग्री के छपवाने में दिखाया है। प्रवीण सिंह ऐरन ही इकलौते कैंडीडेट हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर होने वाले खर्च का ब्यौरा भी दिया है। उन्होंने अभी तक फेसबुक पर फ्ख् हजार रुपये खर्च किए हैं। इसके लिए उन्होंने एक कंपनी से संपर्क साधा है। चुनावी खर्च रजिस्टर में उन्होंने कंपनी का नाम भी मेंशन किया है। इसके अलावा उन्होंने म्9भ् रुपये की फोटो कॉपी, वकील की फीस समेत अन्य खर्चे भी रजिस्टर में मेंशन किए हैं। प्रवीण सिंह ने ब् अप्रैल तक कुल 8,भ्9,फ्म्7 रुपये खर्च किए हैं। वह बाहर से ही चाय व जलपान मंगवाते हैं।

संतोष ने खोले कई कार्यालय

बीजेपी कैंडीडेट संतोष गंगवार भी खर्च के मामले में पीछे नहीं हैं। लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर होने वाले खर्च का कोई ब्यौरा नहीं दिया है। संतोष गंगवार ने सबसे ज्यादा खर्च अपने कार्यालय ओपन करने में किए हैं। उन्होंने भोजीपुरा, नवाबगंज व मीरगंज समेत कई कार्यालय ओपन किए हैं। संतोष ने अपने नामिनेशन के दिन टैंट लगवाया था, जिसका खर्च सिर्फ भ्ख्भ् रुपये दिखाया गया है। इसके अलावा उन्होंने भी सबसे ज्यादा खर्च गाडि़यों में तेल डलवाने व ड्राइवरों के भत्ते में दिखाया है। प्रचार सामग्री छपवाने में भी कुछ खर्चे को डिवाइड किया गया है। वह अभी तक क्ख्,9फ्,79फ् रुपये खर्च कर चुके हैं।

स्टेशनरी व फूल माला का भी िदया ब्यौरा

बसपा कैंडीडेट उमेश गौतम वैसे तो बड़े प्रत्याशियों में खर्च करने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। कह सकते हैं कि यूनिवर्सिटी संचालक होने के चलते सोशल मीडिया का यूज वह बेहतर तरीके से जानते हैं लेकिन उनके रजिस्टर पर नजर डालें तो उन्होंने अभी तक सोशल मीडिया पर कोई खर्चा नहीं किया है। वैसे अभी तक वह 9,क्फ्,फ्म्ख् रुपये खर्च कर चुके हैं। अन्य प्रत्याशियों की तरह वह भी सबसे ज्यादा खर्च गाडि़यों से प्रचार में कर रहे हैं। उन्होंने अपने खर्च में स्टेशनरी व फूलमालाओं का भी विवरण दिया है। उन्होंने अपने नॉमिनेशन के दिन क्ख्भ् रुपए की फूलमालाएं व क्भ्ब् रुपये की स्टेशनरी खरीदी थी।

आयशा के ऑफिस में ही बनती है चाय

सपा कैंडीडेट आयशा इस्लाम ने भी सोशल मीडिया पर होने वाले खर्च का कोई ब्यौरा अभी तक रजिस्टर में नहीं दिखाया है। वैसे उनके आफिस में ही चाय बनाकर पिलाई जाती है। इसके लिए बाहर से ही दूध, चाय पत्ती व चीनी मंगाई जाती है। उन्होंने अपने खर्चे में भी इसका अलग से जिक्र किया है। आयशा के एक दिन रजिस्टर में नोट है कि उन्होंने क्म्0 रुपये का दूध, क्0भ् रुपये की चाय पत्ती व क्80 रुपये की चीनी मंगवाई है। उनके खर्च रजिस्टर में ख् अप्रैल को कोई भी खर्च ना होने के बारे में भी लिखा है।

सलीम इकबाल शेरवानी को नोटिस

आंवला लोकसभा सीट से कांग्रेस कैंडीडेट सलीम इकबाल शेरवानी को चुनाव में परमीशन से अधिक गाडि़यां यूज करने पर नोटिस भेजा गया है। उन्होनें अपने खर्च में म्भ् गाडि़यां यूज होने का ब्यौरा दिया है, जबकि वीडियो सर्विलांस की टीम द्वारा बनायी गई वीडियो में क्00 गाडि़यों का रिकार्ड मौजूद है। इस संबंध में उन्हें रिटर्निग आफिसर के द्वारा नोटिस भी भेजा गया तो जिसका जबाव उन्होनें म्भ् गाडि़या यूज होने का ही दिया। अब उनका मामला व्यय अन्वेषण टीम के पास भेज दिया गया है। यह टीम जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।

चुनावी खर्च ब्यौरे में सभी तरह का खर्च रजिस्टर में दिखाना है। इसमें सोशल मीडिया पर खर्चे का रिकार्ड सिर्फ प्रवीन सिंह ऐरन ने ही दिया है। बाकी कैंडीडेट अगर इसका यूज कर रहे हैं और शिकायत मिलती है तो उनसे इसका ब्यौरा मांगकर कार्रवाई की जाएगी। कैंडीडेट का खर्च पब्लिक भी डिप्टी डिस्ट्रिक्ट इलेक्ट्रोलर आफिस के पेज पर जाकर देख सकती है। अगर उसे खर्च में कोई गड़बड़ी मिलती है तो इसकी भी शिकायत कर सकती है।

-- पी डी उपाध्याय, मुख्य कोषाधिकारी

सोशल मीडिया पर खर्च पर नजर रखने के चुनाव आयोग के निर्देश हैं। सोशल मीडिया का खर्च ना दिखाने के मामले में अगर शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी।

--अरुण कुमार, डिप्टी डिस्ट्रिक्ट इलेक्ट्रोलर ऑफिसर