जमकर कर रही है आचार संहिता के उल्लघंन की शिकायतें
चुनाव कंट्रोल रूम में शिकायतों की लंबी लिस्ट
BAREILLY: चुनाव आयोग के अवेयरनेस प्रोग्राम का असर पब्लिक पर दिख रहा है। लोग अपने वोट के हक के साथ-साथ देश के हित के बारे में भी सोच रहे हैं। पब्लिक आदर्श आचार संहिता के बारे में भी जान गई और इसका उल्लघंन करने वालों की भी जमकर शिकायत कर रही है। बरेली डिस्ट्रिक्ट में बरेली व आंवला लोकसभा सीट के लिए बनाए गए चुनाव कंट्रोल रूम में जमकर लोग अपनी शिकायत दर्ज करा रहे हैं। करीब दो सौ से अधिक शिकायतें अभी तक आ चुकी हैं। इन शिकायतों को कंट्रोल रूम द्वारा संबंधित विभाग को शिकायत भेज दी जाती है। वहां से जांच रिपोर्ट आने के बाद मामला चुनाव आयोग के लखनऊ आफिस भेज दिया जाता है।
अलग-अलग डिपार्टमेंट की शिकायत
कुछ लोगों ने कंट्रोल रूम में सीधे शिकायत की है तो किसी ने चुनाव आयोग को ही सीधे लेटर लिखकर शिकायत की। दो शिकायतें बरेली में तैनात किए गए प्रेक्षक से की गई हैं। किसी ने चकबंदी अधिकारी की शिकायत की तो किसी ने एक जाति के थाना प्रभारियों को हटाने की शिकायत की है। कोई किसी अधिकारी पर पार्टी को फायदा पहुंचाने की शिकायत कर रहा है तो कोई किसी अधिकारी के पार्टियों के चुनावी कार्यक्रम में शामिल होने की शिकायत कर रहा है।
ख्0 सालों से टिके हैं थाना में
आंवला निवासी शरीफ अहमद ने ग्रामोद्योग अधिकारी की शिकायत की है। हांलाकि इस शिकायत का निस्तारण कर दिया गया है। लखनऊ निवासी त्रिवेणी ने अधीक्षण अभियंता बाढ़ की शिकायत की। एडवोकेट प्रेम सिंह चौधरी ने एक जाति के थाना प्रभारियों को हटाने एंव दूसरी जाति के थाना प्रभारियों को नियुक्ति करने का लेटर लिखा है। भानु प्रताप सिंह ने प्रधानाचार्य के द्वारा शिक्षकों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। मुस्तफा ने किला इंस्पेक्टर के ख्0 सालों से जिले में जमे रहने और एक पार्टी को चुनाव में फायदा पहुंचाने की शिकायत की। रमेश चंद्र ने क्ख् वर्षो से एक ही तहसील में लेखपाल के टिके होने का लेटर लिखा है।
प्रेक्षक के पास भी पहुंची शिकायतें
ख्7 मार्च को प्रेक्षक के पास भी दो शिकायतें पहुंची हैं। संजय नगर के रमेश भारद्वाज ने शिकायत की है कि एक बड़ी पार्टी के कैंडीडेट के कई बोर्ड व पोस्टर बिना मकान मालिक की अनुमति के कई जगह लगे हुए हैं। वहीं श्यामगंज निवासी सुधीर अग्रवाल की शिकायत है कि वाणिज्य विभाग के दो अधिकारी राजनैतिक गतिविधियों में खुलकर हिस्सा ले रहे हैं।
अलग-अलग तरह की शिकायतें आ रही हैं। पहले वोट से रिलेटेड शिकायतें आयीं और अब चुनाव आचार संहिता से जुड़ी शिकायतें आ रही हैं। संबंधित विभाग को शिकायत भेजकर रिपोर्ट मांगी जा रही है। रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेज दी जा रही है।
रत्नेश कुमार, प्रभारी चुनाव कंट्रोल रूम