-आरयू फर्जी फॉर्म केस में है संदिग्ध

-तीन डिग्री कॉलेजेज के डाक्यूमेंट कलेक्ट

-पूर्व स्टूडेंट लीडर मुरादाबाद से फरार

BAREILLY: आरयू के फर्जी इंप्रूवमेंट फॉर्म घोटाले में क्राइम ब्रांच को आरयू के योगेश नाम के कर्मचारी की तलाश है। क्राइम ब्रांच को उम्मीद है कि योगेश की गिरफ्तारी से पूरा खेल सामने आ जाएगा। टीम ने योगेश को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया है। वहीं पूर्व छात्र नेता गजेंद्र चौधरी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उसके लखनऊ में होने की संभावना है। पुलिस ने आरयू से फर्जी फॉर्म का रिकॉर्ड ले लिया है। जल्द ही टीमें विभिन्न कॉलेजेज में जाकर पूछताछ करेंगी।

लखनऊ में होने की संभावना

क्राइम ब्रांच की टीम थर्सडे को गजेंद्र की गिरफ्तारी के लिए मुरादाबाद गई थी, लेकिन गजेंद्र चौधरी पहले ही रवाना हो चुका था। केस के आईओ उमाशंकर त्रिपाठी ने गजेन्द्र के लखनऊ में होने की संभावना जताई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम लखनऊ जाएगी। जांच में आरयू के एक और कर्मचारी योगेंद्र का नाम है। क्राइम ब्रांच पुलिस योगेंद्र की तलाश में जुटी हुई है।

सबसे ज्यादा फर्जी फॉर्म हिंदू कॉलेज के

क्राइम ब्रांच को आरयू से इंप्रूवमेंट के फर्जी फॉर्म का रिकॉर्ड मिल गया है। क्राइम ब्रांच के इंवेस्टीगेशन विंग के प्रभारी रामवीर सिंह ने बताया कि आरयू ने म्07क् फर्जी इंप्रूवमेंट फॉर्म का रिकॉर्ड दिया है। यह कुल क्ख्क् कॉलेज का रिकॉर्ड है। सबसे ज्यादा 9ब्8 फर्जी फॉर्म मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज से भरे गए थे।

तीन कॉलेलेज के डाक्यूमेंट कलेक्ट

टीम ने अभी तक यासिमा कन्या डिग्री कॉलेज मानपुर मुरादाबाद, एसडी डिग्री कॉलेज शाहजहांपुर और हिंदू कॉलेज मुरादाबाद से कुछ डाक्यूमेंट कलेक्ट भी कर चुकी है। केएन पांडे का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की भी तैयारी है।

आरयू में पसर जाता है सन्नाटा

फर्जी फॉर्म अब आरयू की फांस बनता जा रहा है। क्राइम ब्रांच की टीम हर डिपार्टमेंट की भूमिका संदिग्ध मानती है। इसीलिए जांच के लिए टीम किसी डिपार्टमेंट में पहुंच जाती है। क्राइम ब्रांच की टीम जिस भी डिपार्टमेंट में जाती है वहां सन्नाटा पसर जाता है।