-मैथ्स का सेकेंड पेपर काफी टफ रहा

BAREILLY: यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट एग्जाम में वेडनसडे को मैथ्स का सेकेंड पेपर था। फ‌र्स्ट पेपर की तुलना में सेकेंड पेपर काफी टफ आया। स्टूडेंट्स के लिए म्0 परसेंट क्वेशचंस सॉल्व करना भी कठिन था। हालांकि सारे क्वेशचंस सिलेबस से रिलेटेड थे, लेकिन कुछ टिपिकल क्वेशचंस ने स्टूडेंट्स को खूब छकाया। स्टूडेंट्स का मानना था कि पेपर सॉल्व करने के लिए टाइम कम पड़ गया।

कैलकुलस और बैक्टर ने किया परेशान

मैथ्स के सेकेंड पेपर में अकेले कैलकुलस से ख्भ् नंबर के क्0 क्वेशचंस आए। वहीं बैक्टर यूनिट के क्वेशचंस भी काफी टफ थे। स्टूडेंट्स को समतल का समीकरण निकालने में पसीना बहाना पड़ा। वहीं कैलकुलस के क्वेशचंस प्रूव्ड करना अधिकांश स्टूडेंट्स के लिए चैलेंजिंग था।

सेकेंड पेपर्स में पड़ा जोश ठंडा

मैथ्स फ‌र्स्ट पेपर ईजी होने की वजह से अधिकांश स्टूडेंट्स ने 90 फीसदी से अधिक क्वेशचंस सॉल्व किए थे। उनका मानना था कि मैथ्स में पास होने के लिए उनका नंबर सिक्योर हो चुका है। उत्साहित स्टूडेंट्स को सेकेंड पेपर में झटका लगा। उनका कहना था कि इस पेपर में ख्भ् से फ्0 परसेंट मा‌र्क्स लाना भी काफी चुनौती का काम होगा।

टफ एण्ड लॉन्ग क्वेशचंस ने खूब घुमाया। निर्धारित समय के अंदर सभी क्वेशचंस सॉल्व करना चुनौती बन गया।

-ललित, स्टूडेंट।

क्वेशचंस छोड़कर नहीं आया, लेकिन आशंका है कि कुछ क्वेशचंस के आंसर गलत होंगे। इस पेपर में ख्भ् से फ्0 नंबर लाना मुश्किल होगा।

-प्रभात सरकार, स्टूडेंट

सभी क्वेशचंस मॉडल पेपर्स के अनुसार ही पूछे गए, लेकिन दो तीन क्वेशचंस को सॉल्व करना कठिन रहा।

-दीपक वैश्य, स्टूडेंट।

सबसे अधिक प्रॉब्लम लॉन्ग क्वेशचंस को सॉल्व करने में आया। कुछ आंसर दो पेज में लिखने पड़े। इसकी वजह से टाइम कम पड़ गया।

-हरवंश गंगवार, स्टूडेंट।