Festival में कारोबार ज्यादा

वेबसाइट एक्सपर्ट राजेश्वर विश्वकर्मा की मानें तो बरेली में समान्य दिनों में एक-डेढ़ करोड़ रुपए का कारोबार ई शॉपिंग से किया जाता है। वहीं फेस्टिवल सीजन के दौरान इस कारोबार में 50 परसेंट तक की वृद्धि हो जाती है। इस दौरान ई शॉपिंग का कारोबार एक मंथ में तीन करोड़ तक जा पहुंचता है। इसमें दीपावली का सीजन प्रमुख है। एक-एक कंपनी के पास डेली 15-20 ऑर्डर बुक होते हैं। बरेलियंस का ई शॉपिंग के प्रति बढ़ते रुझान के पीछे इनके 24 घंटे सेवा देने की फैसिलिटी को भी अहम माना जा रहा है। साथ ही करीब 30 परसेंट कई फेमस कंपनियों का स्टॉक हर डिस्ट्रिक्ट में अवेलेबल रहता है, जिसकी वजह से कम समय में ही सामान की डिलीवरी हो जाती है।  

फायदे का है सौदा

लोगों को ई शॉपिंग के दौरान मार्केट की तुलना में सस्ते पर प्रॉडक्ट मिल जाते हैं। इस वजह से भी लोगों का झुकाव इस ओर कुछ ज्यादा ही हुआ है। लोग इसे फायदे का सौदा मानते हैं। लिहाजा ई शॉपिंग पर बरेलियंस का विश्वास पहले से ज्यादा बढ़ा है। कुछ वेबसाइट से ई शॉपिंग करने पर किसी भी सामान का प्राइस मार्केट की अपेक्षा 20-25 परसेंट तक सस्ता होता है।  

 

किस्त के साथ point भी

वेबसाइट एक्सपर्ट की मानें तो कुछ कंपनियां किस्त सुविधा भी उपलब्ध कराती है.  राम वाटिका के निवासी हृदेश चौहान ई शॉपिंग को ही प्रिफर करते हैं। हृदेश बताते हैं कि ई शॉपिंग करना एक बेस्ट ऑप्शन है। 150 रुपए की शॉपिंग करने पर कंपनियां एक प्वॉइंट देती है। एक प्वॉइंट में पांच रुपए मिलते हैं। जब प्वॉइंट अधिक हो जाता है तो उससे कुछ और सामान खरीदने का मौका मिल जाता है।

Gadgets की ज्यादा demand

यूं तो ई शॉपिंग का क्रेज लोगों में किचन वेयर से लेकर फर्नीचर व पसंदीदा ड्रेस की परचेजिंग के लिए माना जाता है। लेकिन बरेलियंस में ई शॉपिंग के जरिए गैजेट्स की परचेजिंग का क्रेज कुछ ज्यादा ही देखा जा रहा है। वेबसाइट एक्सपर्ट के अकॉर्डिंग लेटेस्ट मोबाइल, लैपटॉप, टेबलेट जैसे गैजेट्स मार्केट में देरी से पहुंचते हैं। जबकि ई शॉपिंग वेबसाइट पर प्रॉडक्ट को लॉचिंग के साथ ही अपडेट कर दिया जाता है। ऐसे में लोगों को अपने मनचाहे गैजेट्स की खरीदारी के लिए  ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ता है।

e-shopping से पहले सावधानियां हैं जरूरी

-विश्वनियता का ध्यान दे उसके बाद ही ई बुकिंग करें।

-फोन से टर्म एंड कंडीशन और सर्विस के बारे जानकारी हासिल कर लें।

-कंपनी द्वारा जिस सामान की डिलीवरी की जा रही है उसका पैकेट खुला तो नहीं है, इसकी जांच जरूर करें।

-किसी भी सामान की बुकिंग करने से पहले मार्केट प्राइस की जानकारी ले सकते हैं।

-प्रोडक्ट सही नहीं होने पर कंज्यूमर फोरम में कंप्लेन कर सकते हैं।

एक ई शॉपिंग साइट के सर्वे के मुताबिक सामने आए तथ्य।

-83 परसेंट कंज्यूमर्स मोबाइल वेब या मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए ई कॉमर्स वेबसाइट का यूज करते हैं।

-59 परसेंट कंज्यूमर्स फेस्टिवल सीजन में भीड़ से बचने के लिए मोबाइल नेट से खरीदारी पसंद करते हैं।

-43 परसेंट लोग रात में वेबसाइट का यूज कर शॉपिंग करते हैं।

-27 परसेंट लोग 3 से 10 हजार के प्रोडक्ट मोबाइल के माध्यम से शॉपिंग करना पसंद करते हैं।

कुछ प्रमुख websites

ई शॉपिंग करने के लिए वैसे तो बहुत सारी साइट इंटरनेट पर अवेलेबल हैं लेकिन कंज्यूमर्स ई-बे, होम शॉप-18, नापतोल, विक्टर, स्काई शॉप, टेली वेंचर, टेली मॉल, श्रद्धा स्काई शॉप जैसी साइट का ही ज्यादातर यूज करते हैं।

ई शॉपिंग का ट्रेंड बरेली में बढ़ रहा है। मार्केट की अपेक्षा ई शॉपिंग में प्रोडक्ट का प्राइस कम होने की वजह से बरेलियंस का झुकाव इस ओर बढ़ा है। कुछ बैंक के कार्ड से शॉपिंग करने पर तो कंपनियां किस्त पर भी प्रोडक्ट देती हैं।

-राजेश्वर विश्वकर्मा, साइबर एक्सपर्ट, बरेली

अभी हाल ही में मैंने ई शॉपिंग के जरिए ही एक ब्रांडेड मोबाइल परचेज किया है। मार्केट से रेट पता करने के बाद मोबाइल लिया। मार्केट के प्राइस से 400 रुपए का डिफरेंस था।

-सचिन, सीबीगंज

Report by: Prashant Kumar Singh