- लूटे गए तीन ई-रिक्शा के साथ नशे की गोलियां व पाउडर किया गया बरामद
- चारों आरोपितों के खिलाफ लूट, एनडीपीएस व अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर भेजा गया जेल
बरेली : नशीला पदार्थ पिलाकर ई-रिक्शा लूटने वाले गिरोह का बुधवार को राजफाश हुआ। तीन ई-रिक्शा बरामद करने के बाद पुलिस ने साले-बहनोई समेत चार लुटेरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। चार लुटेरों में बड़े निवासी सनैया सुभाषनगर, फईमुद्दीन निवासी उड़ला जागीर बिथरी चैनपुर, होलीलाल कश्यप निवासी नारायणपुर व राजेंद्र प्रसाद राठौर निवासी रसिया खानपुर बीसलपुर शामिल हैं। आरोपितों के पास से नशे की टैबलेट व पाउडर भी बरामद किया गया है।
कोतवाली क्षेत्र से बीते दिनों एक ई-रिक्शा चोरी हो गया। ई-रिक्शा मालिक ने रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई। सीसीटीवी में ई-रिक्शा बुक कराने वाले कैद मिले। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चौकी इंचार्ज बिहारीपुर सनी चौधरी को आरोपितों की तलाश की जिम्मेदारी सौंपी गई। चेहरे के मिलान के बाद सबसे पहले आरोपित फईमुद्दीन पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर ही फिर बड़े, होलीलाल कश्यप व राजेंद्र प्रसाद पकड़ा गया। पूछताछ में चारों ने मिलकर ई-रिक्शा लूट करने की बात स्वीकारी। फईमुद्दीन व बड़े का बहनोई व साले का रिश्ता सामने आया। आरोपितों के ठिकाने से तीन ई-रिक्शा के साथ ही नशीली गोलियां व पाउडर बरामद किया गया।
कोरोना कफ्र्यू के दिन वारदात
फईमुद्दीन व राजेंद्र प्रसाद राठौर दिल्ली में रहकर मजूदरी करते थे। दिल्ली में रहकर ही कम समय में अधिक पैसा कमाने के लिए दोनों ने ई-रिक्शा लूटने की पटकथा लिखी। दिल्ली में रहकर दोनों ने ई-रिक्शा लूटने की वारदात को अंजाम दिया। एक मामले में दोनों जेल चले गए। जमानत के बाद दोनों बरेली वापस चले आए। यहां गिरोह में फईमुद्दीन ने साले बड़े व होलीलाल कश्यप को शामिल किया। इसके बाद ई-रिक्शा लूट की वारदात को अंजाम दिया जाने लगा। लुटेरे कोरोना कफ्र्यू के दिन लूट की वारदात को बेहद मुफीद मानते। सड़क पर सन्नाटे का फायदा उठाकर ही ई-रिक्शा चालक को नशीला पदार्थ पिला देते। उसके नशे में होते ही उसे सड़क किनारे फेंक ई-रिक्शा लूटकर भाग जाते।
राजेंद्र बेचता था 25 से 30 हजार में
बड़े, फईमुद्दीन व होलीलाल मिलकर ई-रिक्श लूटते। लूटने के बाद से बेचने की जिम्मेदारी राजेंद्र प्रसाद राठौर पर थी। राजेंद्र प्रसाद राठौर ई-रिक्शा 12 से 13 हजार रुपये में तय कर लेता और पार्टी को 25 से 30 हजार रुपये में बेचता था। लूट गए ई-रिक्शे उसने पीलीभीत में ही बेचे।
एंजेसी से निकलते ही लूट लिया
कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराने वाले देवेंद्र कुमार माथुर के साथ जिस दिन वारदात हुई। उस दिन उसने एंजेसी से ई-रिक्शा निकलवाया ही था। ई-रिक्शा लेकर वह कोतवाली क्षेत्र में पहुंचा था। यहां आरोपितों ने बैट्री का सामान ले जाने के बहाने ई-रिक्शा बुक किया। रास्ते में उसे नशीला पदार्थ पिला दिया। उसके नशे में होते ही सड़क किनारे उसे फेंक ई-रिक्शा लूट कर भाग गए।
ई-रिक्शा लूटने वाले गिरोह का राजफाश हुआ है। पकड़े गए चारों लुटेरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी