2020 मार्च में चौपुला पुल का शुरू हुआ था निर्माण
2021 अप्रैल तक पूरा होना है निर्माण
66 करोड़ की लागत से पुल का हो रहा निर्माण
790 मीटर है पुल की लंबाई
- शहर में चल रहे निर्माण कार्यो के चलते कई रास्ते बंद
- गली मोहल्लों में भी लग रहा जाम, धूल से बरेलियंस परेशान, घर का बिगड़ रहा रंग रोगन
बरेली : भले ही तेजी से चल रहे निर्माण कार्यो से भविष्य में बरेली एक नये आयाम पर होगा, लेकिन यह निर्माण कार्य बरेलियंस के लिए सिर दर्द बन गए हैं। लोग जल्द निर्माण कार्य पूर्ण होने की आस लगाए हुए हैं जिससे उनकी परेशानी दूर हो सके। हालांकि अभी ये परेशानी दूर होने में काफी समय लगेगा। तब तक बरेलियंस को खोदी पड़ी सड़कों से उठती धूल और जाम की परेशानी से जूझना होगा।
जाम के झाम से परेशानी
अयूब खां चौराहे पर एक लेन बंद हैं वहीं चौपुला से चौकी चौराहा रोड पर हो रहे ओवरब्रिज निर्माण के चलते एक लेन बंद कर दूसरे रास्ते का रूट डायवर्जन किया है। ऐसे में मढ़ीनाथ पुल से होकर गुजरने वाले छोटे-बड़े वाहन बिहारीपुर होकर निकल रहे हैं, यहां की गलियां संकरी होने के चलते डेली जाम लग रहा है जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गलियां में अगर जाम लगता है तो कई बार लोगों के घरों के दरवाजे तक ओपन नहीं होते हैं ऐसे में कई बार बिहारीपुर की गलियों में रहने वाले लोगों की वाहन से गुजरने वालों के बीच तीखी कहासुनी भी हो रही है।
होली पर मिला धूल का तोहफा
बिहारीपुर में लोगों की एक समस्या तो जाम है वहीं दूसरी बड़ी समस्या है कि चौपुला की तरफ रहने वाले लोग निर्माण कार्यो से परेशान हैं। होली का त्योहार निकट होने के चलते अधिकांश लोग अपने घरों का रंग-रोगन करा रहे हैं। निर्माण कार्यो के दौरान खोदाई से उठने वाला धूल का गुबार घरों की चमक खराब कर रहा है। जिससे लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
कपड़े हो रहे काले
लोगों के मुताबिक चौपुला पर ओवरब्रिज निर्माण को शुरू हुए करीब एक साल का समय बीत गया है ऐसे में लोगों ने छतों पर कपड़े सुखाना बंद कर दिया है। लोगों का कहना है कि सुबह कपड़े धुल कर छतों पर डालो तो धूल की वजह से कपड़े काले हो जा रहे हैं। इस वजह से जब तक निर्माण जारी रहेगा छतों पर कपड़े नहीं सूखने के लिए नहीं डालेंगे।
लोगों की बात
भले ही भविष्य में बरेली में ओवरब्रिज शुरू होने पर जाम की समस्या दूर हो जाए लेकिन रूट डायवर्जन के चलते मोहल्ले में रोजाना जाम लग रहा है। कई बार तो राहगीरों से झगड़ा तक हो जाता है।
शरद टंडन, बिहारीपुर
होली का त्योहार है ऐसे में सभी अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं लेकिन यहां तो दिन में सफाई करो, शाम तक फिर दीवारों पर धूल जम जाती है। धूल के कारण घरों की खिड़कियां भी बंद ही रखते हैं।
रीतेश अग्रवाल, बिहारीपुर