-शपथ पत्र का प्रारूप भी जारी कर दिया गया है
-एडमिशन के वक्त सारी जरूरी शर्ते पूरी करनी होंगी
BAREILLY: यूपीएसईई में कॉउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स को शपथ पत्र भी देना होगा। यूपीटीयू ने कॉउंसलिंग के बीच में ही यह निर्देश जारी करते हुए शपथ पत्र का प्रारूप भी जारी कर दिया है। दरअसल सारा मसला एलिजिबिलिटी को लेकर है। कॉउंसलिंग के समय कई स्टूडेंट्स के पास मार्कशीट और जरूरी सर्टिफिकेट की ओरिजनल कॉपी नहीं होती। ऐसे में कॉउंसलिंग कराने के बाद जब उनकी एलिजिबिलिटी में कोई कमी पाई जाती है तो स्टूडेंट्स एडमिशन देने का दबाव बनाता है। शपथ पत्र में स्टूडेंट्स को यह लिखकर देना होगा कि जो भी रूल्स और गाइडलाइंस के लिए उसने हामी भरी है, यदि एडमिशन के टाइम उनमें कमी पाई जाती है तो उसे एडमिशन से बाहर कर दिया जाएगा।
यूजी और पीजी दोनों के लिए जरूरी
यह शपथ पत्र यूजी और पीजी दोनों तरह के कोर्सेज में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए जरूरी है। पीजी के स्टूडेंट्स को यह लिखकर देना होगा कि उनके ग्रैजुएशन में ब्भ् परसेंट से कम मार्क्स नहीं हैं। साथ ही उनहें यह भी बताना होगा कि वे दूसरे यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज में भी एडमिशन के लिए अप्लाई कर रहे हैं। दरअसल यूपीएसईई के जरिए प्रदेश के क्0 यूनिवर्सिटीज भी एडमिशन लेती हैं। यूपीटीयू ब्भ् परसेंट से कम मार्क्स वालों को एडमिशन नहीं देता, जबकि दूसरे कई यूनिवर्सिटीज में ब्भ् परसेंट से कम मार्क्स वालों को भी एडमिशन दिया जाता है। वहीं यूजी स्टूडेंट्स को मार्कशीट ना आने, कैरेक्टर सर्टिफिकेट के ना होने, जरूरी वेटेज सर्टिफिकेट के ना होने का शपथ पत्र देना होगा। बाद में कॉलेजेज में एडमिशन लेते वक्त उन्हें सारी जरूरी शर्ते पूरी करनी होंगी। नहीं तो उनका एडमिशन कैंसिल कर दिया जाएगा।