- एक ही टाइम पर कई कोर्सेज की कॉउंसलिंग के चलते उठाया कदम
BAREILLY: जीबीटीयू में चल रही कॉउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स को एक और राहत प्रदान की गई है। अब स्टूडेंट्स को कॉउंसलिंग के समय अपना मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करने की जरूरत नहीं है। अब वे कॉलेज में एडमिशन के दौरान अपना मेडिकल सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। कॉउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड, कॉउंसलिंग लेटर, क्वालीफाईग एग्जाम और क्लास क्0 की मार्कशीट की ओरिजनल और फोटो कॉपी जमा कराना जरूरी है। इसके अलावा यूपीएसईई के प्रॉस्पेक्टस में दिए गए सभी सर्टिफिकेट्स भी प्रस्तुत करना जरूरी है। इसमें मेडिकल सर्टिफिकेट भी शामिल है, लेकिन स्टूडेंट्स को मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने में काफी प्रॉब्लम हो रही है। एक ही टाइम पर कई कोर्सेज की कॉउंसलिंग हो रही है, जिसके चलते स्टूडेंट्स के मेडिकल सर्टिफिकेट बन नहीं पा रहे हैं। यूपीटीयू के प्रो वीसी प्रो। डीएस यादव ने बताया कि स्टूडेंट्स अब चाहें तो एडमिशन के टाइम कॉलेज में अपने मेडिकल सर्टिफिकेट प्रस्तुत कर सकते हैं।
अब इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को मिलेंगे क्0 मार्क्स ग्रेस
इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को यूपीटीयू ने एक और राहत दी है। अब स्टूडेंट्स को पूरे क्0 मार्क्स ग्रेस मिलेंगे। इससे एक सब्जेक्ट में फेल हो चुके हजारों स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा। सैटरडे को हुए एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में इस पर मुहर लग गई। हालांकि इससे पहले परीक्षा समिति में इस प्रोपोजल को पास कर दिया था। यूपीटीयू के प्रो वीसी प्रो। डीएस यादव ने बताया कि काफी समय से स्टूडेंट्स पूरे के पूरे ग्रेस मार्क्स दिए जाने की मांग कर रहे थे।
इससे पहले मिलते थे भ् मार्क्स
अब तक स्टूडेंट्स को केवल भ् मार्क्स ही मिलते थे। यूपीटीयू ने स्टूडेंट्स के लिए क्0 मार्क्स ग्रेस दिए जाने की व्यवस्था की थी। दो सब्जेक्ट्स में भ्-भ् मार्क्स दिए जाते थे। कोई स्टूडेंट एक सब्जेक्ट में फेल हो तो भी उसे भ् मार्क्स ही दिए जाते थे, लेकिन स्टूडेंट्स को एक सब्जेक्ट में भी पूरे क्0 मार्क्स मिल जाएंगे। स्टूडेंट्स की कंप्लेन थी कि क्0 मार्क्स की कमी के चलते उनकी डिग्री रुक जाती थी। जिससे उनके फ्यूचर पर इफेक्ट पड़ता था। अब क्0 मार्क्स से फेल होने वाले स्टूडेंट्स को दोबारा एग्जाम नहीं देना पड़ेगा।