लोन के लिए फॉर्म लेने आए लोगों से स्टाफ ने की वसूली

रंगे हाथ पकड़े गए, भीड़ का डूडा ऑफिस में जमकर हंगामा

दलाल बने थे बिचौलिया, पकड़े जाने पर एकाउंटेंट ने मांगी माफी

BAREILLY:

शासन की विकास योजनाओं में घटिया क्वालिटी का काम कराने पर जांच की आंच झेल रही डूडा घूसखोर स्टाफ को लेकर फिर विवादों में है। जिला नगरीय विकास अभिकरण, डूडा के बरेली ऑफिस में सैटरडे को जमकर बवाल हुआ। स्वरोजगार शुरू करने को शासन से लोन लेने के लिए फॉर्म खरीदने आए लोगों से डूडा कर्मचारियों ने जमकर वसूली की। क्0 रुपए कीमत वाले लोन फॉर्म के लिए डूडा के अधिकारी-कर्मचारियों ने क्भ्00 रुपए बतौर रिश्वत वसूले। मामले का खुलासा होने पर भाजपा कार्यकर्ता और अन्य लोगों ने घूसखोर स्टाफ को ऑफिस में ही घेर लिया और जमकर हंगामा किया।

दलाल बने सरकारी बाबू

सिविल लाइंस स्थित डूडा ऑफिस में पिछले कई दिनों से स्वरोजगार के लिए सरकारी लोन पाने को आवेदकों की भीड़ जुट रही है। दोपहर एक बजे के करीब फॉर्म लेने आए कुंदन, अमित और योगेन्द्र भी फॉर्म लेने आए। ऑफिस में बाबू की कुर्सी पर बैठे योगेन्द्र भान सिंह और निर्मल ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताया और आवेदकों से फार्म के बदले क्भ्00 रुपए देने की मांग की। आवेदकों के इन्कार पर विवाद बढ़ गया। इसबीच आवेदकों को मालूम हुआ कि खुद को कर्मचारी बता रहे योगेन्द्र भान सिंह और निर्मल दरअसल दलाल हैं और सेंटिंग कर फॉर्म के बदले रुपए वसूल रहे हैं।

भीड़ ने घ्ोरा स्टाफ

आवेदकों को पैसे वसूले जाने का मामला गर्मा ही रहा था कि एक फोटोजर्नलिस्ट भी फॉर्म लेने पहुंचे। खुद को मीडियाकर्मी बताने के बावजूद दलाल व कर्मचारियों ने उनसे भी रकम देने की मांग की। इतने में आवेदकों की सूचना पर भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ लामबंद हो गए। वहीं भाजपा नेता डॉ। महेन्द्र कुंवर सक्सेना और एडवोकेट अनिल कुमार भी मौके पर पहुंचे। भीड़ ने दलालों व स्टाफ को घेर लिया और नारेबाजी शुरू कर घूसखोरी पर हंगामा शुरू कर दिया।

एकाउंटेंट ने मानी गलती

पब्लिक की नाराजगी बढ़ती देख एकाउंटेट नरेन्द्र जयसवाल व सीओ धमेन्द्र कुमार सिंह की बोलती बंद हो गई। भीड़ पूछती रही कि एकाउंटेंट के सामने ही चपरासी से लेकर दलाल रिश्वत लेते रहे और उन्हें खबर कैसे न हुई। इस पर एकाउंटेंट ने भीड़ के सामने गलती होने की बात मंजूर की और भविष्य के लिए एक मौका देने की अपील की। एकाउंटेंट ने कहा गलतियों को सुधारने का मौका दीजिए। आला अफसरान के बारे में पूछने पर स्टाफ ने बताया कि अधिकारी लखनऊ मीटिंग गए हुए हैं। जिसके बाद भीड़ ने चेतावनी देकर स्टाफ को छोड़ दिया।

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