शहर में यूआईडीएसएएमटी पेयजल योजना को यूपी सरकार ने दिए 28.34 करोड़

घपलों के चलते केन्द्र सरकार ने रोक दी थी 35 करोड़ की दूसरी किश्त

6 महीनों से लटका था नए 17 ओवरहेड टैंक व 29 नलकूप का निर्माण

BAREILLY:

साफ पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहे शहर को अगले कुछ महीेनों में पानी की राहत मिल जाएगी। पिछले म् महीने से लटकी केन्द्रीय पेयजल योजना को यूपी सरकार ने ख्8.फ्भ् करोड़ रुपए की मदद दी है। अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्मॉल एंड मीडियम टाउन, यूआईडीएसएएमटी और ग्रामीण पेयजल योजना के तहत बरेली में जुलाई ख्0क्फ् को यह सेंट्रल प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। जिसकी लागत 78.0ब् करोड़ रुपए थी। इसमें 80 फीसदी हिस्सा सेंट्रल गवर्नमेंट और क्0-क्0 फीसदी खर्च की जिम्मेदारी स्टेट गवर्नमेंट व नगर निगम को उठानी थी। लेकिन जलनिगम के जिम्मेदारों के घोटालेबाजी के चलते सेंट्रल गवर्नमेंट ने फ्भ् करोड़ रुपए की अगली किश्त अक्टूबर ख्0क्ब् में रोक दी थी।

बनेंगे क्7 ओवरहेड टैंक व ख्9 नलकूप

78.0ब् करोड़ रुपए की लागत से शहर में कुल क्7 नए ओवरहेड टैंक व ख्9 नए नलकूप बनाए जाने थे। लेकिन निर्माण की कार्यदायी संस्था जलनिगम के अधिकारियों के फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद

सेंट्रल गवर्नमेंट ने योजना की अगली किश्त रोककर जांच बिठा दी थी। इससे सभी निर्माणकार्यो को प्रोग्रेस लटकी गई थी। इस पर जलकल विभाग की रिपोर्ट पर नगर निगम ने नगर विकास निदेशालय से मदद की गुहार लगाई थी। जिस पर नगरीय निकाय निदेशालय की ओर से ख्भ् मार्च को जलकल विभाग को इस परियोजना को पूरा कराने के लिए ख्8फ्ब्.क्8 लाख रुपए का बजट जारी किए जाने की जानकारी दी गई।

जलनिगम एक्सईएन पर गिरी थी गाज

78 करोड़ रुपए की लागत से बरेली में पेयजल की दिक्कत को दूर करने की यह योजना जलकल अधिकारियों के फर्जीवाड़े का शिकार हो गई थी। अक्टूबर ख्0क्ब् में योजना में घोटाले का घुन लगने का खुलासा होते ही जलनिगम के एमडी ने आरोपी एक्सईएन को सस्पेंड कर दिया था। इसके साथ ही केन्द्र सरकार ने पूरे फर्जीवाड़े पर जांच बैठा दी थी। साथ ही जांच पूरी होने तक योजना की अगली किश्त करीब फ्भ् करोड़ जारी करने पर रोक लगा दी थी। जिससे बरेली में दिसंबर ख्0क्ब् तक पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने की उम्मीद बिखर गई।

लेकिन गर्मियों में नही मिलेगी राहत

यूपी सरकार की दरियादिली के चलते भले ही करोड़ों रुपए लागत वाली शहर की पेयजल योजना को नई जिंदगी मिल गई हो, लेकिन इस गर्मी में शहर की जनता को इसका फायदा मिलता नहंीं दिख रहा है। मार्च में इस अधूरी योजना को पूरा करने के लिए फौरी तौर पर ख्8.फ्ब् करोड़ की मदद मिलने के बाद अप्रैल तक जलनिगम की ओर से लटके निर्माण कार्यो को पूरा कराने की कवायद जारी होगी। क्7 ओवरहेड टैंक व ख्9 नलकूपों का निर्माण अधूरा पड़ा है। जिसे पूरा करने में अधिकारी करीब फ् महीनों का समय लगना तय मान रहे हैं। ऐसे में गर्मियां गुजरने तक ही नए नलकूपों व ओवरहेड टैंक से पानी की सप्लाई मिल सकेगी।

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यहां इतना हुआ है काम

सुभाषनगर जोन क् - 7 नलकूप, भ् ओवरहेड टैंक, फ्ब् किमी पाइपलाइन बिछी

जोन ख्- क्फ् नलकूप, 7 ओवरहेड टैंक, क्0म् किमी लंबी पाइपलाइन बिछी

जोन फ् - 9 नलकूप, भ् ओवरहेड टैंक, 8भ्.7भ् किमी लंबी पाइपलाइन बिछी

यहां लटक गया काम

जोन ब् - क्भ् नलकूप, ब् ओवरहेड टैंक, ट्रंकलाइन समेत ब्0 किमी पाइपलाइन बिछाने का काम

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यूआईडीएसएएमटी पेयजल योजना के लिए यूपी सरकार की ओर से ख्8.फ्ब् करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया है। जलनिगम को लेटर भेजकर जल्द ही क्7 ओवरहेड टैंक व ख्9 नलकूपों का निर्माण पूरा कराने को कहा जा रहा है। इसमें कम से कम दो-तीन महीने लगने की संभावना है।

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एमएल मौर्या, जीएम, जलकल