-डॉन बबलू श्रीवास्तव जेल प्रशासन से कई बार पीठ दर्द की कर चुका है शिकायत
-नजर और दिल से भी हो गया है कमजोर
<-डॉन बबलू श्रीवास्तव जेल प्रशासन से कई बार पीठ दर्द की कर चुका है शिकायत
-नजर और दिल से भी हो गया है कमजोर
BAREILLY:
BAREILLY: इलाहाबाद में कस्टम ऑफिसर, दिल्ली में बिजनेसमैन और पुणे में पेट्रोल पंप के मालिक के बेटे की हत्या समेत दर्जनों हत्याओं, अपहरण, फिरौती जैसे संगीन अपराधों से पुलिस और पब्लिक की नाक में दम करने वाले अंडरवर्ल्ड डान दाउद इब्राहिम का करीबी रहा डॉन बबलू श्रीवास्तव खौफ में जी रहा है। हाल यह है कि वह उठने-बैठने से भी डरता है। डॉन का यह हाल पीठ के असहनीय दर्द से हुआ है। डॉन ज्यादा देर तक खड़ा नहीं रह सकता है और न हीं बैठ सकता है। बरेली सेंट्रल जेल में बंद डॉन बबलू श्रीवास्तव ने जेल प्रशासन से पीठ दर्द की शिकायत की है। यही नहीं उसकी दोनों आंखें पहले ही खराब हो चुकी हैं और उसे हार्ट की बीमारी भी हो गई है। आइए बताते हैं कि लोगों को दर्द देने वाला अब कौन-कौन से दर्द जेल में झेल रहा है-------
नहीं रह सकता ज्यादा देर खड़ा
बरेली सेंट्रल जेल की स्पेशल सेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन श्रीधर ओमप्रकाश श्रीवास्तव उर्फ बबलू श्रीवास्तव कई बार सेंट्रल जेल प्रशासन से पीठ में दर्द की शिकायत कर चुका है। जेल प्रशासन द्वारा उसका जेल के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। उसने जेल प्रशासन से शिकायत की है कि ज्यादा देर तक वह खड़ा नहीं रह सकता है। ज्यादा देर तक खड़े रहने पर वह कराह उठता है। वह ज्यादातर आराम करना चाहता है।
दोनों आखों में मोतियाबिंद का हो चुका है आपरेशन
पीठ में दर्द के अलावा भी कई बीमारियां बबलू को हो चुकी हैं। डॉन की दोनों आंखें खराब हो चुकी हैं। उसकी दोनों आंखों में मोतियाबिंद हो गया था। उसने कोर्ट में भी आंखों में दिक्कत की शिकायत की थी। जेल प्रशासन द्वारा दोनों आंखों का आपरेशन कराया जा चुका है। कुछ महीने पहले डॉन को हार्ट की बीमारी हो गई थी। जेल प्रशासन हार्ट का भी इलाज करा चुका है। इसके अलावा भी छोटी-मोटी प्रॉब्लम से होने वाले दर्द को बबलू महसूस कर रहा है।
सिर्फ एडवोकेट आता है मिलने
बबलू श्रीवास्तव को बरेली की सेंट्रल जेल में क्क् जून क्999 को लाया गया था, तब से वह सेंट्रल जेल में ही बंद है। उसे इलाहाबाद की नैनी जेल से रेफर किया गया था। उसे जेल की स्पेशल सेल में रखा गया है। उसकी सिक्योरिटी में एक डिप्टी जेलर, एक हेड वार्डन व ख् कांस्टेबल हर समय अलग से तैनात रहते हैं। जेल में बनने वाला सारा खाना जेल प्रशासन के द्वारा चेक करने के बाद ही उसे दिया जाता है। उससे कोई मिलने नहीं आता है। हां कभी-कभार उसका एडवोकेट मनोज मिलने आते हैं। एडवोकेट ही उसके लिए नमकीन-बिस्कुट व अन्य खाने-पीने की चीजें लाते हैं । उसे भी जेल प्रशासन चेक करने के बाद ही बबलू को खाने के लिए देता है।
रहती है कड़ी िसक्योरिटी
बबलू श्रीवास्तव को हर क्भ् दिन में लखनऊ की सीबीआई कोर्ट और दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी पर ले जाया जाता है। इस दौरान उसके साथ कड़े सुरक्षा इंतजाम रहते हैं। उसकी सिक्योरिटी में लाखों रुपये हर साल बर्बाद हो जाते हैं। पेशी के दौरान एक सीओ, एक एसएचओ समेत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की डयूटी लगायी जाती है। रास्ते में भी उसके खाने-पीने पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
राइटिंग का भी रखता है शौक
बबलू श्रीवास्तव को राइटिंग का भी शौक है। वह अधूरा ख्वाब बुक लिख चुका है। वर्ष ख्007 के लोकसभा इलेक्शन के दौरान उसकी यह बुक लांच हुई थी। उसने सीतापुर से अपना पर्चा भरा था। दिसंबर ख्0क्फ् में कलेक्ट्रेट में वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान उसने ए राइजिंग तस्करी बुक लिखने की भी बात कही थी। बबलू श्रीवास्तव पर रामगोपाल वर्मा फिल्म भी बना चुके हैं।
कई संगीन केस हैं दर्ज
जेल प्रशासन के मुताबिक उसका पता लाल कालोनी, वीराना नगर, हसनगंज लखनऊ है। उसपर क्99फ् के इलाहाबाद के कस्टम डिपार्टमेंट के असिस्टेंट कलेक्टर एलडी अरोड़ा के मर्डर केस, नई दिल्ली की स्पेशल सेल में बिजनेसमैन से लाखों की फिरौती, पुणे में पेट्रोल पंप मालिक के बेटे सागर लटकट की अपहरण के बाद हत्या और मुंबई के बिजनेसमैन ललित सुनेजा मर्डर केस जैसे कई केस दर्ज हैं। कई केसेस में उसे सजा हो चुकी है। पांच केस अभी भी उसपर पेंडिंग चल रहे हैं। जिसमें दो केस इलाहाबाद, एक केस पुणे, एक दिल्ली, एक महाराष्ट्र और एक गुजरात का है।
जेल की सिक्योरिटी और हाेगी टाइट
सेंट्रल जेल में बब्लू श्रीवास्तव के अलावा रामपुर के सीआपीएफ कैंप हमले के आतंकी और मुंबई अटैक के आतंकी जैसे हाई प्रोफाइल क्रिमिनल बंद हैं। इसके अलावा जेल में ख्ब्00 से अधिक लोग बंद हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सेंट्रल जेल की सिक्योरिटी और भी टाइट की जाएगी। अभी जेल में भ् सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। जल्द ही ब् और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा जेल में ई-मुलाकात होगी। इसके अलावा बायोमैट्रिक सिस्टम भी जेल में लगाया जाएगा।
बबलू श्रीवास्तव पीठ में दर्द की शिकायत कर चुका है। उसकी दोनों आखों में मोतियाबिंद का आपरेशन कराया जा चुका है। उसके हार्ट का भी इलाज हो चुका है। बबलू की सिक्योरिटी, खानपान और इलाज का खासा ध्यान रखा जाता है।
एके राय, सेंट्रल जेल अधीक्षक