एक दर्जन से अधिक थी कुत्तों की संख्या
बहेड़ी/छंगाटांडा:
आदमखोर कुत्तों का आतंक थमने का नाम नही ले रहा है। आदमखोर कुत्तों ने अलग अलग हमले कर तीन बच्चों को बुरी तरह नोच डाला। ग्रामीणों ने कुत्तों को दौड़ाकर इन मासूम बच्चों की जान बचाई। तीनो घायल बच्चों को यहां के प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। आदमखोर कुत्तो ंने इन बच्चों के शरीर को कई जगह नोच खाया।
युवराज पर किया हमला
संडे को करीब 3 बजे एक दर्जन आदमखोर कुत्तों ने उनई खालसा (चपटा) में घर के बाहर बरसीम के खेत में खेल रहे महेन्द्र के इकलौते पुत्र युवराज सिंह पर हमला बोल दिया। वहां मौजूद ग्रामीणों ने इस बच्चे को आदमखोर कुत्तों से बचाया। अगर ग्रामीण आदमखोर कुत्तों को नहीं दौड़ाते तो यह कुत्ते महेन्द्र सिंह का चिराग बुझा जाते।
अस्पताल में कराया गया एडमिट
युवराज पर हमला करने के बाद कुत्तों का झुण्ड उनई मकरूका गांव पहुंचा। यह गांव उनई चपटा से सटा हुआ है। कुत्तों ने घर के बाहर खेल रही विजय सिंह की 4 वर्षीय पुत्री सोनम पर हमला बोल दिया। वहां मौजूद लोगों ने कुत्तों को दौड़ाकर सोनम की जान बचाई। एक और हमले में आदमखोर कुत्तों ने करीब 4 बजे किच्छा नदी से सटे गांव गौटिया अहमदनगर में हमला करके रंजीत सिंह के 8 वर्षीय पुत्र को घायल कर दिया। रंजीत सिंह पास के ही किच्छा नदी में भैंस को नहला रहा था। बेटे पर हमला होते देख वह कुत्तों के पीछे दौड़ा और ग्रामीणों की मदद से कुत्तों को दौड़ाकर संतोष की जान बचाई। तीनों घायलों के परिजन मासूम बच्चों को यहां के एक प्राइवेट अस्पताल मे लाए। तीनों बच्चों को कुत्तों ने बुरी तरह नोच डाला। उनका प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराया जा रहा है।
एसडीएम के बयान
कुत्तों को पकड़ने के लिए फिर टीमें भेजी जाएंगी
गांव में मांस खुले में नहीं फेंकने दिया जाएगा। कुत्तों को पकड़ने के लिए विशेष टीमें बुलाने के लिए टेन्डर आमन्त्रित किए गए हैं।
रामेश्वरनाथ तिवारी
एसडीएम बहेड़ी