डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओपीडी में दो बूढ़ी महिलाओं को दुत्कारा
दवा देने और एडमिट करने से किया इन्कार, सीएमएस से लगाई गुहार
BAREILLY:
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में आला अफसरान से लेकर मंत्री और खुद सेहत महकमे के अधिकारियों के निर्देशों के बावजूद मरीजों से दुर्व्यवहार खत्म नहीं हो रहा। मंगलवार को हॉस्पिटल की ओपीडी में इलाज कराने आई दो बुजुर्ग महिलाओं को डॉक्टर्स ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। आरोप है कि डॉक्टर्स ने पर्चा लेने के बावजूद दवा देने और एडमिट करने से साफ मना कर सीएमएस के पास जाने को कहा। जिसके बाद दोनों बुजुर्ग महिलाओं ने सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी से गुहार लगाई।
घंटों लगाती रही चक्कर
नवादा शेखान में रहने वाली 7ख् साल की बीमार अकीलम अपने बेटे राशिद के साथ ओपीडी पहुंची। जबरदस्त पेट दर्द से परेशान व कमजोर अकीलम पर्चा बनवाकर किसी तरह कमरा नं। क्0 पर लाइन में लगी रही। राशिद का कहना है कि डॉ। एके अग्रवाल ने मां को फौरी राहत देने के लिए एडमिट करने के बजाए साफ मना कर दिया। जिसके बाद बीमार व दर्द से छटपटाती अकीलम सुबह से बेटे संग ओपीडी में इलाज के लिए चक्कर लगाती रही। जिसके बाद सीएमएस ने डॉक्टर को बुजुर्ग महिला के इलाज व एडमिट करने के निदर्1ेश दिए।
नहीं मिला इलाज-दवा
लोधी टोला की रहने वाली म्0 साल की नुसरत भी ट्यूजडे सुबह ही ओपीडी में दिल की बीमारी के इलाज के लिए पहुंची। कमरा नं। फ् बंद होने पर उन्हें कमरा नं। म् में जाने को कहा गया। महिला ने बताया कि वहां डॉ। एएमअग्रवाल ने दिल का स्पेशलिस्ट न होने की बात कह सीएमएस ऑफिस जाने को कहा। सीएमएस ने कंप्लेन सुनकर डॉक्टर्स के रवैये पर नाराजगी जताई। सीएमएस ने महिला को कॉर्डियोलोजिस्ट से ही इलाज व दवा मिलने की बात कही और डॉ। वीपी भारद्वाज के न होने से अगले दिन आने की सलाह दी।