इन स्कूलों के हेड मास्टर एमडीएम तैयार कराने के लिए स्वच्छंद
BAREILLY:
ग्रामीण अंचल में बसें स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले दोपहर के खाने का रुपया प्रधानों द्वारा हजम करने का मामला एक बार फिर सामने आया है। प्रधानों की हेकड़ी के चलते स्कूलों में एमडीएम न बनने का मामला डीएम अध्यक्षता वाली टास्क फोर्स मीटिंग में निकला। प्रधान स्कूल के मिड डे मील खाते से रुपया निकालने नहीं देता और इन सभी लापरवाहियों का हर्जाना बच्चे भुगत रहे है। प्रभारी बीएसए की ओर से डीएम को सौंपी गई एमडीएम समीक्षा सूची में क्ख् ऐसे मामले खुले। इनमें से फरीदपुर ब्लाक के ये दो प्राइमरी स्कूल बिथैरा व जेड़ है। जिन पर एक्शन लेते हुए डीएम संजय कुमार ने स्कूलों में एमडीएम तैयार कराने में प्रधान का अधिकार छीन लिया। अब इन स्कूलों में मिड डे मील का इंतजाम करने के लिए हेड मास्टर स्वच्छंद होंगे। बाकी के दस स्कूलों में प्रधान ने अपनी गलती सुधारने का आश्वासन ि1दया है।
फ्8 स्कूलों में एमडीएम व्यवस्था सुधरी
नवंबर माह में हुई टास्क फोर्स मीटिंग में एमडीएम न मिलने वाले फ्8 स्कूलों के जो मामले सामने आये थे, उनकी भी समीक्षा हुई। इन सभी स्कूलों में एमडीएम बनने की प्रक्रिया पटरी पर आ चुकी है। एक अन्य मामले में रामबक्शपुर-फरीदपुर में गैस खत्म होने से चार दिन तक एमडीएम न बनने पर इस स्कूल को नोटिस दिया गया है।
टास्क फोर्स मीटिंग में शिक्षा विभाग से प्रभारी बीएसए विशू गव्र्याल, प्रभारी डीआईओएस आरके सिंह अन्य विभागीय अधिकारियों में सीडीओ साहित क्ख् अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।