-डीएम ने किया बच्चा वार्ड का दौरा, एनआईसीयू की देखी व्यवस्था
-वेंटीलेटर्स व ट्रेंड स्टाफ रखने और जनवरी तक सेवाए शुरू करने के निर्देश
BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बच्चा वार्ड के एनआईसीयू में किसी नवजात की जिंदगी अब सिर्फ दुआओं के भरोसे न रहेगी। न ही इलाज की कमी के चलते किसी गरीब को अपने जिगर का टुकड़ा महंगे हॉस्पिटल में ले जाने को मजबूर होना पड़ेगा। नए साल से बच्चा वार्ड के एनआईसीयू को नन्हें मुन्नों के इलाज के लिए अपग्रेड किया जाएगा। संडे को डीएम संजय कुमार ने हॉस्पिटल में बच्चा वार्ड का दौरा किया। वार्ड व एनआईसीयू की हालत देख डीएम ने चिंता जताई। डीएम ने सीएमएस डॉ। डीपी शर्मा को एनआईसीयू को अपग्रेड करने व ट्रेंड स्टाफ रखने का प्रस्ताव सीएमओ को भेजने के निदर्1ेश दिए।
एनआईसीयू में लगेंगे वेंटीलेटर्स
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का बच्चा वार्ड एनआईसीयू के नाम पर किसी मजाक से कम नहीं। एनआईसीयू में गंभीर हालत में एडमिट होने वाले नवजातों को इलाज देने के नाम पर सिर्फ फोटोथेरेपी मशीन की सुविधा है। जिससे नवजातों को वॉर्मर देने का काम किया जाता है। लेकिन मानकों के तहत एनआईसीयू में एक भी वेंटीलेटर और लाइफ सेविंग इक्विपमेंट की सुविधा नहीं। ऐसे में केस सीरियस होने की स्थिति में परिजनों को अपने नवजात के इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता था। डीएम ने सीएमएस को वेंटीलेटर्स का प्रपोजल भिजवाने को कहा। जिससे नए साल तक एनआईसीयू में वेंटीलेटर्स की सुविधा शुरू हो सके।
अप्वांट हो ट्रेंड स्टाफ
डीएम ने एनआईसीयू को अपग्रेड किए जाने के साथ ही वार्ड के लिए ट्रेंड स्टाफ भी अप्वाइंट किए जाने के निर्देश दिए। जिससे बच्चों के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही या चूक न हो। वार्ड में नवजात व बच्चों को बेहतर इलाज देने के लिए जरूरी संसाधन व सुविधाएं न होने पर डीएम ने हैरानी जताई। डीएम ने वार्ड को बेहतर बनाने के लिए सीएमओ के जरिए प्रपोजल भिजवाने और इसे शासन से मंजूरी दिलाने में सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस दौरान डीएम ने वार्ड में बच्चों के परिजनों से मिलने वाले इलाज व सुविधा के बारे में जानकारी ली।
आधा भी नहीं जरूरी स्टाफ
बच्चा वार्ड में इमरजेंसी के ब् बेड मिलाकर कुल ख्ब् बेड हैं। नियमों के मुताबिक हर शिफ्ट में म् बेड पर एक नर्स की जिम्मेदारी तय होती है। जो अक्सर क्0 बेड तक चली जाती है। ऐसे में तीनों शिफ्ट मिलाकर कम से कम म् स्टाफ नर्स और तीन सिस्टर वार्ड में होनी चाहिए। इसमें एनआईसीयू के लिए अलग से स्टाफ शामिल नहीं है। लेकिन मौजूदा समय में पूरे वार्ड में ही कुल फ् स्टाफ नर्स और क् सिस्टर है। इनमें से एक भी नर्स के छुट्टी पर जाने से बची दो नर्सेस को ही ख्ब् घंटे की ड्यूटी का भार संभालना होता है।
पोलियो मुहिम का किया उदघाटन
संडे को डीएम डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पोलियो मुहिम को हरी झंडी दिखाने के मौके पर आए थे। फीमेल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सुबह क्0 बजे आए डीएम ने पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान का आगाज किया। बरेली में फीमेल हॉस्पिटल समेत कुल फ्00म् पोलियो बूथ बनाए गए हैं। मंडे से पेालियो टीम डोर टू डोर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाएगी। ख्ख् नवंबर तक पोलियो बूथ पर 8 लाख से ज्यादा बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का टारगेट रखा गया है।