- विकास भवन के कुल 18 विभागों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

- अनुशासन के लिए बायोमेट्रिक मशीन से लगने लगा अटेंडेंस

BAREILLY: विकास भवन में लेटलतीफी और काम में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों की अब खैर नहीं। अटेंडेंस लगाकर कुर्सी से गायब रहने की आदत पर अब लगाम लगेगी। इसके लिए कर्मचारियों पर तीसरी आंख का पहरा रहेगा। तीसरी आंख की जद में विकास भवन के कुल क्8 विभागों के फ्00 कर्मचारी रहेंगे। सीडीओ कई बार कर्मचारियों की हरकतों को लेकर शिकायतें मिली थीं। निरीक्षण में दर्जन भर से ज्यादा कर्मचारी गायब मिले थे। इसलिए विभाग में अनुशासन का सबक सिखाने के लिए बायोमेट्रिक मशीन से अटेंडेंस लगना शुरू हो गया है। अब कर्मचारियों की सभी हरकत को तीसरी आंख की नजर में रखने की कवायद हो रही है।

हर हरकत पर पैनी नजर

अधिकारियों को निरीक्षण में विभिन्न विभागों के कर्मचारी अक्सर गायब मिलते थे, जबकि अटेंडेंस रजिस्टर में उनकी उपस्थिति लगी रहती थी। कई बार अल्टीमेटम भी दिया गया, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। इसके अलावा विकास भवन में शाम ढलने के बाद विभाग के मयखाने में तब्दील होने की शिकायतें मिल रही थी। दोनों ही समस्याओं को विकास भवन के मुखिया ने आधुनिक तकनीकी से हल करने का फैसला किया है।

कर्मचारियों में खौफ

विकास भवन में बायोमैट्रिक मशीन लगे हुए मात्र दो दिन हुए हैं, लेकिन मनमौजी करने वाले कर्मचारियों में खलबली मच गई है। कर्मचारियों को मशीन में डाटा फीडिंग, ट्रायल और पंचिंग के बारे में समझाया जा रहा है। कर्मचारी की अटेंडेंस आठ दिनों के बाद लगाई जाएगी। लेकिन विभिन्न विभागों में यह मशीन चर्चा का विषय बन गई है। इन्हीं सबके बीच विकास भवन के सभी ऑफिसेज में सीसीटीवी कैमरे लगने की सूचना से कर्मचारी सकते में आ गए हैं। जिसे लेकर कर्मचारियों में गुटबाजी भी होने लगी है।

सीडीओ संभालेंगे मोर्चा

विकास भवन में कुल क्8 विभाग और करीब फ्00 कर्मचारी कार्यरत हैं। विभाग के कम्प्यूटर सेल के अलावा सीडीओ स्वयं मोर्चा संभालेंगे। अटेंडेंस शीट मंथली चेक करेंगे, जबकि सीसीटीवी फुटेज का डिस्प्ले मॉनिटर कम्प्यूटर सेल के अलावा सीडीओ कार्यालय में भी लगाया जाएगा। सीडीओ शिव सहाय अवस्थी ने बताया कि तीसरी नजर के जरिए कार्यालय में उपस्थित न होने वाले और अनुशासनहीनता करने वाले कर्मचारी और अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

कर्मचारियों पर गिरेगी गाज

विकास भवन को आधुनिक किए जाने की पहल शुरू होने के बाद कर्मचारियों के बीच चल रही चर्चाओं से सीडीओ वाकिफ हैं। उन्होंने कर्मचारियों द्वारा बायोमैट्रिक मशीन को खराब करने का अंदेशा है। ऐसे में उन्होंने थर्सडे को मीटिंग में बायोमैट्रिक मशीन के साथ छेड़छाड़ करने वालों को अल्टीमेटम दिया है।

मूवमेंट रजिस्टर पर जिम्मेदारी

फिलहाल सीसीटीवी कैमरे लगने में अभी देर है। तब तक कर्मचारियों और अधिकारियों को बायोमेट्रिक मशीन समेत अटेंडेंस रजिस्टर में भी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इसके अलावा कार्यालय में कर्मचारियों की आवाजाही पर निगरानी रखने वाले मूवमेंट रजिस्टर में भी कार्यालय से बाहर जाने और आने का समय दर्ज करना अनिवार्य कर दिया गया है।

बजट

विकास भवन को आधुनिक बनाने की कवायद को अमलीजामा पहनाने का इस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। सीडीओ ने बताया कि बायोमेट्रिक मशीन के लिए करीब एक लाख का बजट है। जबकि विकास भवन के हर विभाग को तीसरी आंख की जद में लाने के लिए काफी बजट लगेगा। इसके लिए इस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। शासन से स्वीकृत मिलने के बाद सीसीटीवी को विकास भवन के क्8 विभागों में लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

शौचालय और पेयजल की व्यवस्था को दरकिनार करते हुए विभाग को आधुनिक बनाया जा रहा है। इन कवायदों से विभाग के कर्मचारी अनुशासन में रहेंगे। लेकिन विकास भवन में इससे बढ़कर भी कई और काम हैं, उन्हें भी शुरू किया जाए तो बेहतर रहेगा।

हरीश कुमार गंगवार, अध्यक्ष, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद विकास भवन