इलाहाबाद कचहरी में वकील की हत्या के विरोध में फूंका पुतला

मारे गए वकील के परिजनों को पचास लाख मुआवजा देने की मांग

BAREILLY: इलाहाबाद कचहरी परिसर में वकील की हत्या के विरोध में बरेली के वकील थर्सडे को हड़ताल पर रहे। लिहाजा, कचहरी में न्यायायिक कार्य पूरी तरह से ठप रहा। इस दौरान वकीलों ने कलेक्ट्रेट के सामने जबरदस्त प्रदर्शन कर पुलिस का पुतला फूंका और पांच सूत्रीय मांगें रखीं। बार एसोसिएशन ने मीटिंग में भी इलाहाबाद पुलिस-प्रशासन के प्रति रोष प्रकट किया। वकीलों के प्रदर्शन की सूचना पूर्व सूचना पर कोर्ट और कलेक्ट्रेट परिसर में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहा। आरएएफ के भी जवान भी मोर्चा संभाले हुए थे।

पहले से ही फोर्स की गई तैनात

कोर्ट परिसर में आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा संख्या में पुलिस फोर्स तैनात था। एसएचओ कोतवाली भी एक्स्ट्रा फोर्स के साथ मेन गेट पर निगरानी रखे हुए थे। हालांकि अंदर आने जाने वालों की किसी की चेकिंग नहीं की गई। कलेक्ट्रेट गेट पर आरएएफ का वज्र वाहन तैनात था और एक कंपनी एसएसपी आफिस में रिजर्व के रूप में उपलब्ध थी। करीब एक बजे कलेक्ट्रेट गेट पर बड़ी संख्या में वकील इलाहाबाद पुलिस-प्रशासन का पुतला लेकर पहुंचे। वकीलों ने जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी के बाद पुतले की चप्पलों और डंडों से पिटाई करने के बाद पुतले में आग लगा दी। पुतले को ऊपर रखने के चलते उसके टुकड़े कुछ वकीलों के ऊपर गिर गए जिससे वकील बाल-बाल जलने से बच गए। प्रदशर्न के बाद जिला बार एसोसिएशन के द्वारा दो बजे सभागार में मीटिंग की गई। मीटिंग में भी घटना पर जमकर रोष जताया गया।

पांच मांगों को लेकर हड़ताल

वकीलों ने पांच प्रमुख मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। इसमें मृतक वकील के परिजनों को भ्0 लाख का मुआवजा दिया जाए। जिन वकीलों की गाडि़या टूटी उन्हें भी मुआवजा दिया जाए। आरोपी दरोगा के खिलाफ उसके अन्य साथियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। इलाहाबाद के डीएम और एसएसपी को हटाया जाए। इसके अलावा कोर्ट परिसर में गवाही या अन्य किसी काम से आने वाले पुलिसकर्मियों को भी डीजे की परमीशन के बाद ही हथियार लाने दिया जाए। प्रदर्शन के दौरान एडीएम सिटी आलोक कुमार, एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा, सीओ सिटी फ‌र्स्ट व अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे।