डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल व सीएमओ ऑफिस के घूसखोरों पर कार्रवाई नहीं

सीएमओ ऑफिस ने कार्रवाई के नाम पर बदला बाबू का कार्य पटल

सीएमएस ऑफिस ने नहीं की दो आरोपी घूसखोरों के खिलाफ जांच

BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में शिक्षामित्रों से हेल्थ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए जमकर वसूली करने वाले घूसखोर कर्मचारियों के खिलाफ शुरू की गई जांच व कार्रवाई ठंडे बस्ते में दम तोड़ रही है। क्00 से फ्00 रुपए लेकर शिक्षामित्रों को सेहतमंद बनाने वाले घूसखोरों में शामिल हॉस्पिटल व सीएमओ ऑफिस के कर्मचारियों के खिलाफ डीएम ने जांच शुरू कराने व सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन पूरा पखवाड़ा बीत जाने के बावजूद इन कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज नहीं गिरी। घूसखोर कर्मचारी अपनी नौकरियों में बने हुए नियम कानून का मखौल उड़ा रहे हैं। वहीं इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए राजधानी तक भेजी गई रिपोर्ट पर जिम्मेदार कोई फैसला ही नहीं ले सकें हैं।

डीएम को नहीं दी रिपोर्ट

ख् व फ् अगस्त को आईनेक्स्ट ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में शिक्षामित्रों से हेल्थ सटिफिकेट जारी करने के एवज में रिश्वत लेते तीन घूसखोर कर्मचारी व बाबु की खबर पब्लिश की थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए डीएम संजय कुमार ने सीएमओ डॉ। विजय यादव को इनके खिलाफ जांच व कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीएम ने आरोपी कर्मचारियों को सस्पेंड करने व जरूरी होने पर एफआईआर कराने और इसकी रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए। लेकिन क्भ् दिन बीत जाने के बावजूद आरोपी तीनों घूसखोर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट डीमए को नहीं भ्ोजी गई।

महज कायर् पटल बदला

सीएमओ ऑफिस में बाबु सुनील गांधी आयुष विंग में शिक्षामित्रों से रिश्वत लेते कैमरे में पकड़े गए थे। इनके खिलाफ सीएमओ ने डिप्टी सीएमओ डॉ। मातादीन को जांच रिपोर्ट सौंपी। डॉ। मातादीन ने डॉ। दीपा सिंह, फोर्थ क्लास कर्मचारी भूपराम व आरोपी बाबु के बयानों के आधार पर जांच रिपोर्ट बनाई। जिसके बाद सीएमओ ने आरोपी बाबु पर कार्रवाई करते हुए उसका कार्यपटल बदल दिया। वहीं डायरेक्ट्रेट एडमिनिस्ट्रेशन लखनऊ को भेजी गई जांच व कार्रवाई संस्तुति की रिपोर्ट पर कोई फैसला ही नहीं आया।

सीएमएस ऑफिस के कर्मचारी बेखौफ

घूसखोरी मामले में सीएमएस ऑफिस के भी दो कर्मचारी रिश्वत लेते दिखे। कर्मचारी अशोक कपूर व बाबु दर्पण महेश्वरी के खिलाफ घूसखोरी के आरोप में डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी को लेटर भेजा। जिसमें दोनों कर्मचारियों के खिलाफ जांच व कार्रवाई की रिपोर्ट देने को कहा गया। समय बीतता गया लेकिन इन दोनों कर्मचारियों पर कोई जांच या कार्रवाई की औपचारिकता भी शुरू नहीं हुई। सीएमएस से जांच रिपोर्ट पर पूछा तो गया तो उन्होंने किसी भी तरह की जांच या कार्रवाई के बारे में जानकारी न होने की बात की पल्ला झाड़ लिया।

आरोपी बाबु की जांच रिपोर्ट डीएम को भेजी जा चुकी है। बाबु का कार्य पटल बदल दिया गया है। मेरे स्तर पर यही कार्रवाई की जा सकती है। बाकी डीए को रिपोर्ट भेजी गई है। सीएमएस ऑफिस के आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ जांच रिपोर्ट सीएमएस देंगे। - डॉ। विजय यादव, सीएमओ

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के आरोपी घूसखोर कर्मचारियों की कोई जांच रिपोर्ट मुझे नहीं मिली है। हालांकि सीएमओ ने मौखिक रूप से कार्रवाई की जानकारी दी है। सीएमओ को इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जल्द ही आदेशित किया जाएगा। - संजय कुमार, डीएम