BMC Officers के घर काम कर रहेsweeper
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BAREILLY (5 Dec): आपकी कॉलोनी की सफाई नहीं हो रही है तो इसका रीजन स्वीपर्स की कमी नहीं है। इसका रीजन है स्वीपर्स का काम पर न आना। इस बात का खुलासा मंडे को म्यूनिसिपल कमिश्नर की सरप्राइज विजिट के दौरान हुआ। मौके पर मौजूद सोर्स के मुताबिक कमिश्नर ने यह खुलासा होने के बाद कहा कि जो शिकायत की गई थी वह सही पाई गई है। अब या तो बीएमसी में कमिश्नर रहेंगे या फिर ये बैकलॉग स्वीपर्स।
सफाई को लेकर मथापच्ची
जब 381 स्वीपर्स अपने काम पर ही नहीं हैं तो आपकी कॉलोनी की सफाई कैसे होगी? जो स्वीपर्स काम पर हैं भी उनमें से भी कई स्वीपर्स समय से ड्यूटी पर नहीं आते हैं। सोर्स के मुताबिक अभी कुछ दिन पहले ही तीन स्वीपर्स जिनकी ड्यूटी बलवंत सिंह मार्ग, सर्किट हाउस चौराहा, अक्षर विहार, जजेज कॉलोनी और आसपास के इलाकों में कूड़ा उठाने की है, बीएमसी क्लर्क राम सिंह जाटव के मूमेंट में शामिल होने चले गए। सेनेट्री सुपरवाइजर वेलफेयर एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट बीके राही ने बताया कि इस शिकायत को भी संज्ञान में लेते हुए म्यूनिसिपल कमिश्नर ने सेनेट्री सुपरवाइजर्स को हिदायत दी है कि हर स्वीपर के काम पर आने का समय नोट किया जाए। इसकी मंथली रिपोर्ट हेल्थ ऑफिसर को भेजी जाए। वेलफेयर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राम औतार रत्नाकर का कहना है कि अगर ये सभी स्वीपर्स बीएमसी के अदर डिपार्टमेंट्स, जुलूसों और बीएमसी ऑफिसर्स के घरों से निकलकर अपने काम पर आ जाएं ताकि गंदगी की प्रॉब्लम सॉल्व हो जाए।
सेलरी बीएमसी से, काम जेडएसओ के यहां
मिली जानकारी के मुताबिक मंडे मॉर्निंग में म्यूनिसिपल कमिश्नर अबरार अहमद सैनिक कॉलोनी विजिट कर रहे थे। सेनेट्री सुपरवाइजर विजय कुमार से उन्होंने पूछा कि कॉलोनी में गंदगी क्यों है। विजय ने बताया कि स्वीपर्स ऑफिसर्स के घरों का काम कर रहे हैं तो सफाई कैसे हो। कमिश्नर ने कॉलोनी में रहने वाले जेडएसओ आरके पाराशर के घर की घंटी बजाई। दरवाजा खुलने पर पता चला कि बीएमसी का स्वीपर जेडएसओ के घर का काम कर रहा था। कमिश्नर ने स्वीपर से पूछा कि वह जेडएसओ के घर पर कब से काम कर रहा है। पता चला कि 2008 में जब से उसका अप्वॉइंटमेंट हुआ है तब से वह यहीं काम कर रहा है।
जेडएसओ की सेलरी से कटेगा स्वीपर का वेतन
इस पर कमिश्नर भड़क गए और उन्होंने ऑर्डर दिया कि स्वीपर की अब तक की सैलरी की रिकवरी जेडएसओ के वेतन से की जाए और स्वीपर को तब तक ड्यूटी पर न दिखाया जाए जब तक वह यह न बता दे कि किसके आदेश पर वह जेडएसओ के घर पर काम कर रहा था।
स्वीपर वसूलेगा टैक्स!
ऐसा ही एक और केस सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक सिविल लाइंस में स्वीपर्स के पोस्ट पर तैनात संतोष कुमार ने खुद को टैक्स डिपार्टमेंट में ट्रांसफर करने की अप्लीकेशन दी है। उसकी अप्लीकेशन एक्सेप्ट भी हो गई है। हालांकि संतोष के सेनेट्री सुपरवाइजर महेंद्र ने बताया कि उस पर दबाव डाला गया कि वह संतोष की अप्लीकेशन पर साइन कर दे। यदि ऐसा हो गया तो उसकी जगह सिटी के एरिया में सफाई कौन करेगा?
381स्वीपर कम
- बीएमसी में किए गए हैं 1802 स्वीपर्स अप्वॉइंट
- 1197 नियमित स्वीपर्स
- 364 बैकलॉग स्वीपर्स हैं
- 622 संविदा स्वीपर्स कार्यरत हैं
- टोटल 2183 स्वीपर्स अप्वॉइंटेड हैं
इससे पहले कमिश्नर 25 नवंबर को हेल्थ ऑफिसर से स्वीपर्स की कमी के बारे में क्लेरिफिकेशन मांग चुके हैं। उन्होंने लिखा है कि हेल्थ ऑफिसर की तरफ से उन्हें ये इन्फॉर्मेशन दी गई। यह डीटेल देते हुए हेल्थ ऑफिसर से जवाब मांगा गया है कि उन्होंने बाकी के 381 स्वीपर्स कहां तैनात किए हैं? गंदगी का अंबार देखकर साफ पता चलता है कि बहुत दिनों से इलाके में सफाई नहीं हुई है। हालांकि हेल्थ ऑफिर्स से जवाब मांगा गया है।