- शासन से डायरेक्टर के निरीक्षण से पहले ही ऑक्सीजन प्लांट का किया गया था ट्रायल

- कुछ तकनीकी कार्य अभी भी अधूरा, डायरेक्टर ने निरीक्षण कर दिए दिशा निर्देश

बरेली : शासन की ओर से कोविड की तीसरी लहर को लेकर नई गाइड लाइन जारी की जा रही है। गाइड लाइन के अनुपालन में किस प्रकार विभाग व्यवस्थाएं चाक चौबंद कर रहा है इसकी सत्यता जानने के लिए शासन की ओर से व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए संडे को डायरेक्टर डॉ। श्लोक कुमार को औचक निरीक्षण के लिए भेजा गया। डायरेक्टर ने दोपहर करीब एक बजे 300 बेड कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण किया, हालांकि सभी व्यवस्थाएं ठीक मिलीं।

थोड़ी देर पहले आ जाते तो मिलती लताड़

सूत्रों के अनुसार शासन से डायरेक्टर के आने की खबर महकमे को पहले ही लग गई थी जिस कारण डायरेक्टर के आने से चंद मिनट पहले ही ऑक्सीजन प्लांट को चलाकर ट्रायल किया तो मशीन में लगा लाल रंग हूटर बजने लगा। इस पर कर्मचारियों ने इंजीनियर से संपर्क किया तो इंजीनियर ने फौरन प्लांट बंद करने को कहा। प्लांट बंद कर दिया गया, थोड़े ही समय बाद डायरेक्टर यहां निरीक्षण के लिए पहुंच गए गनीमत रही कि उन्होने प्लांट चलवाकर नहीं देखा।

पीआईसीयू की व्यवस्थाएं फाइन

कोविड की तीसरी लहर बच्चों के लिए अधिक खतरनाक मानी जा रही है इसलिए शासन के आदेश पर पहले से ही व्यवस्थाएं मुकम्मल करने के आदेश दिए गए थे, इसी क्रम में 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में 30 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू बनाया गया है। डायरेक्टर ने पीआईसीयू देखा जहां सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलीं।

सफाई का रखा जाए विशेष ध्यान

एक घंटे तक डायरेक्टर ने निरीक्षण किया इस दौरान सीएमओ डॉ। एसके गर्ग, सीएमएस डॉ वागीश वैश्य भी मौजदू रहे। उन्होने मरीजों को बेहतर सुविधा देने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के भी आदेश दिए।

ऑक्सीजन प्लांट का अभी शुभारंभ नहीं हुआ है। कुछ तकनीकी कार्य शेष है। इसको भी दुरुस्त करा लिया जाएगा। वहीं निदेशक को निरीक्षण में सभी व्यवस्थाएं ठीक मिली हैं।

डॉ। एसके गर्ग, सीएमओ