- हेल्थ जांच में डिस्काउंट देने के नाम पर बना रहे 300 रुपए में हेल्थ कार्ड
- जांच में डिस्काउंट नहीं देने पर पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों में गुस्सा
BAREILLY: खुद की जेब भरने के लिए हेल्थ कंपनियां दूसरों के हेल्थ के साथ खिलवाड़ करने से भी नहीं चूक रही हैं। इन दिनों एसआरएल डायग्नोस्टिक लोगों के हेल्थ के साथ कुछ ऐसा ही खिलवाड़ कर रही है। हेल्थ चेकअप में डिस्काउंट का लालच देकर लोगों का हेल्थ कार्ड बना रही एसआरएल डिस्काउंट देने के नाम पर अपना पीछा छुड़ा रही है। मंडे को पोस्टल डिपार्टमेंट के कर्मचारियों ने कंपनी के एजेंट को गुस्से का निशाना बनाया।
डिस्काउंट के नाम पर बना रही बेवकूफ
कंपनी के एजेंट ने भ् नवंबर ख्0क्ब् को पोस्टल डिपार्टमेंट के कर्मचारियों का हेल्थ कार्ड बनाया था। भ्0 कर्मचारियों से फ्00-फ्00 रुपए लिए गए थे। कार्ड बनाते समय कर्मचारियों से लैब में हेल्थ की जांच कराने पर ख्0 परसेंट तक का डिस्काउंट मिलने की बात कही थी। इसी तरह से टी फ्, टी ब्, टीएसएच जैसी जांच पर भ्0 परसेंट तक का डिस्काउंट मिलने का वादा किया गया था। लेकिन इससे इतर कार्ड होल्डर्स से भी हेल्थ जांच के पूरे पैसे वसूल किए जा रहे हैं।
एक साल की वैधता
हेल्थ कार्ड की वैधता एक साल का बताया जाता है। वैलिड डेट के अंदर भी जांच कराने पर कार्ड होल्डर्स से पूरे पैसे लिए जाते हैं। एक ऐसा ही मामला पोस्ट ऑफिस के एक कर्मचारी के साथ भी सामने आया है। 8 दिसम्बर को सुंदरम सिंह ने लैब में एफटी फ्, एफटी ब् और बीएच टेस्ट कराया था। टेस्ट में टोटल खर्चा क्0म्0 रुपए आया। लेकिन टेस्ट में आए टोटल खर्च पर डिस्काउंट की बजाय सुंदरम सिंह से पूरा पैसा वसूल किया गया।
एजेंट काे घेर लिया
हेल्थ जांच पर डिस्काउंट नहीं मिलने पर मंडे को पोस्टल डिपार्टमेंट के कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। कर्मचारियों ने मंडे को कुछ कार्ड बनवाने के नाम पर सेल्स एग्जक्यूटिव देवेंद्र कुमार को ऑफिस बुला लिया। कर्मचारियों ने देवेंद्र से इस संबंध में एसआरएल कंपनी के अधिकारियों से बात कराने की बात कही तो, देवेंद्र तुरंत मुकर गया। यहीं नहीं देवेंद्र के पास खुद का आईडेंटी कार्ड भी नहीं था।
पांच हजार से अधिक हेल्थ कार्ड
बरेली में एसआरएल डायग्नोस्टिक क्999 से वर्क कर रही है। पहले यह रैनबैक्सी के नाम से जानी जाती थी। लेकिन दो साल पहले इसका नाम बदलकर एसआरएल हो गया। तब से कंपनी ने बरेली सहित अन्य जगहों पर भ्,000 से अधिक लोगों के हेल्थ कार्ड बना चुकी है।
जिनके पास हेल्थ कार्ड होता है उनके डिस्काउंट दिया जाता है। लैब में कार्ड ना लाने पर ही पूरा पैसा लिया गया होगा। कार्ड की वैधता एक साल तक ही होती है।
संजय चावला, फ्रेंचाइजी ओनर, एसआरएल डायग्नोस्टिक
मेरा आईडेंटी कार्ड घर छूट गया था, इसलिए लोगों को नहीं दिखा पाया। लोग हमसे कंपनी के ओनर से बात कराने के लिए बोल रहे थे।
देवेंद्र कुमार, सेल्स एग्जक्यूटिव, एसआरएल
विभाग में करीब भ्0 लोगों ने कार्ड बनवा रखे हैं। लेकिन जांच के नाम पर लैब द्वारा पूरे पैसे लिए जा रहे हैं।
टीआर रस्तोगी, एएसपी, पोस्टल डिपार्टमेंट
इनकी जांच फीस मार्केट से भी ज्यादा है। एक वीक पहले जांच करवाए थे, लेकिन कोई डिस्काउंट नहीं किया गया। एजेंट हेल्थ कार्ड वापस कर देने की बात कर रहा है।
अनुपम सक्सेना, एकाउंटेंट, पोस्टल डिपार्टमेंट