बरेली (ब्यूरो)। डायबिटीज आज की डेट में लोगों को परेशान कर देने वाली बीमारी है। इसका शिकार होने का मतलब है दूसरी और कई तरह की बीमारियां को बुलावा देना। यही कारण है कि डायबिटीज को स्लो किलर भी कहा जाता है। जो कि लोगों को डायबिटीज से जूझ रहे होते हैं उन्हें लगातार इस बात की भी फिक्र होती है कि इसका असर उनके बाकी के अंगों पर भी पडऩे लगेगा। अगर ब्लड शुगर के स्तर को मैनेज न किया जाए तो डायबिटीज के साथ ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट से जुड़ी समस्याएं भी बढऩे के चांसेस बढ़ जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट की माने तो अक्सर डायबिटीज से हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है। लेकिन इससे अब ब्लड प्रेशर लो की भी समस्या लोगों को हो रही है। इसलिए अगर आप डायबिटीज से जूझ रहे हैं, तो लो ब्लड प्रेशर को नजरअंदाज न करें। जो आजकल यूथ बुजुर्गो महिला और पुरुषों के साथ बच्चों में भी मिल रही है। एक्सपर्ट की माने तो ब्लड प्रेशर से अधिक घातक डायबिटीज है।
पाया जा सकता है काबू
यह एक ऐसी बीमारी के तौर पर उभरी है जो बेहद तेजी से बच्चों और युवाओं को अपनी चपेट में ले रही है। दरअसल यह बीमारी तब होती है जब शरीर के अंदर रक्त में ग्लूकोज या शुगर की मात्रा जमा होने लगती है। इससे पीडि़त लोगों को हार्ट अटैक और हाई स्ट्रोक जैसी बीमारीयां होने के चांसेस बढ़ जाते है। इसके साथ-साथ डायबिटीज से अंधापन किडनी फेल और पैरों के निष्क्रिय होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके बाद भी आम लोगों में बीमारी के लक्षणों बचाव और कारणों को लेकर अवेयनेस की कमी है। इसकी चपेट में आए आधे से ज्यादा लागों को बीमारी के बारे में पता नही होता हालांकि जीवनशैली पर नियंत्रण करके इस पर काबू पाया जा सकता है।
अचानक पड़ता है दौरा
हार्ट शरीर का वो अंग है जिसके रूकते ही शरीर के सभी अंग काम करना बंद कर देते है। दिल एक मुटठी के आकार का अंग है। जो आपके पूरे शरीर में रक्त पंप करता है आपके हृदय का मुख्य कार्य आपके पूरे शरीर में रक्त को प्रवाहित करना होता है। कोरोना काल के बाद से हार्ट अटैक के केस ज्यादा सामने आए है। इसका सबसे बड़ा कारण है। आज कल का खान-पान हम अपने खाने-पीने की चीजों पर बिल्कुल ध्यान नही देते। सबसे ज्यादा आयॅली और फास्ट फूड का सेवन करते है। इन बीमारीयों से बचने के लिए हमें अपने खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है। अकसर यह देखा या सुना जाता है कि आते-जाते या घर में बैठे और देखने में हेल्दी व्यक्ति को दौरा पड़ जाता है यह सब बढ़ती बीमारी जैसे डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के कारण सम्भव है।
इन बातों का ध्यान
डायबिटीज की बीमारी में दवा से ज्यादा डाइट का ध्यान रखने की जरूरत होती है। डायबिटीज में आपका शरीर इंसुलिन हार्मोन का ठीक से निर्माण या उपयोग नही कर पाता इससे रक्त में बहुत अधिक ग्लूकोज का निर्माण होता है। जिससे आप इस बीमारी का शिकार हो जाते है। डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट और खान-पान का खास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। क्योंकि छोटी लापरवाही भी शुगर लेवल को बढ़ा सकती है। यहां हम आपको बताएंगे कि डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए किन चीजों का सेवन नही करना चाहिए। कई चीजें ऐसी होती है जो डायबिटीज पेशेंट्स का शुगर लेवल काफी हद तक बढ़ा देती है। वहीं कुछ चीजें ऐसी होती है जिनसे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है ऐसे में डायबिटीज मरीज हमेशा इस असमंजस में रहते है कि क्या खाएं और क्या न खाएं तो चलिए हम आपका ये कंफयूजन दूर कर देते है।
बीपी लो हो तो दे ध्यान
-एक बार में पूरा खाना न खाएं, इसकी जगह अपने खाने को छोटे-छोटे मील्स में तोड़ लें
-पानी के अलावा खूब दूसरे फ्लूएड्स भी लें
-ऐसी ड्रिंक्स न पिएं जिसमें चीनी की मात्रा ज्यादा हो
-लंबे समय तक खड़े न रहें
-शराब का सेवन करने से बचें
-नमक का सेवन सही रखें
-एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठे रहने के बाद धीरे-धीरे उठें
लो बीपी से समस्याएं
-चक्कर आना और भ्रम
-थकावट और कमजोरी
-भूख न लगना और उल्टी
-तेज धड़कन या दिल की धड़कन में असामान्यता
-पसीना आना और बेहोशी की अवस्था
-मस्तिष्क या न्यूरोलॉजिकल समस्याएं
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बढ़ा हुआ बीपी कैसे कंट्रोल करें
-नमक का सेवन सीमित करें
-संतुलित मात्रा में आहार का सेवन करें
-पोटेशियम भरपूर मात्रा में ले
-शराब व धूम्रपान से बचें
-अपने तनाव को कम करें
-ब्लड प्रेशर की जांच करते रहें
-मन को शांत रखने की कोशिश करें
-नियमित रूप से एक्सरसाइज योगा करें
हाई बीपी से समस्याएं
-हार्ट फेल्योर
-एन्यूरिज्म
-शरीर का किसी भी अंग से पूरी तरह काम न करना
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एक्सपर्ट की सुनिए
बीपी से अधिक खतरनाक है डायबटीज है, इसका रीजन है कि लोगों को बीपी की जानकारी अधिकांश को होती है। लेकिन डायबटीज की जानकारी लोगों को कम होती है। जब तक इसका लोगों को पता चलता है तब तक बॉडी के अन्य पार्ट भी इफेक्टिेड हो चुके होते हैं या फिर कई बार तो जब पता चलता है जब मरीज इंसुलिन लेने के कगार तक पहुंच जाता है। अब ऐसे में इंसुलिन लेने से मरीज बचता भी है इसके प्रति भ्रांतियां भी है।
डॉ। अंकित गुप्ता, फिजिशियन
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बीपी अगर अधिक बढ़ा हुआ है तो ये दिमाग, दिल, गुर्दा आंख पर असर करता है। लेकिन अगर शुगर लेबल अधिक बढ़ा हुआ है तो ये बॉडी के हर पार्ट को इफेक्ट करता है। ये गुर्दा, आंख, दिल, दिमाग, आंखे, पैरों और पेट पर भी असर करता है। ये दांतों की स्किन की भी समस्या करता है। इसके साथ ही बीपी तो बढऩे पर लोग समझ भी लेते हैं लेकिन शुगर की जल्दी जांच कराने की भी ध्यान कम लोग देते हैं।
डॉ। सौरभ गोयल, फिजिशियन