यूपीटीयू में अब हर फीस जमा होगी ऑनलाइन!
- छात्रों को सुविधा देने के लिए वेबसाइट का खाका तैयार
- ऑनलाइन होने से रुकेगी कॉलेजों की मनमानी
- सीधे फीस जमा न होने से यूपीटीयू को हर साल लाखों रुपए का होता है लॉस
- एक्जीक्यूटिव काउंसिल की मंजूरी मिलते ही अगले साल से यूपीटीयू कर सकता है लागू
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LUCKNOW (24 Aug): उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी (यूपीटीयू) ने छात्रों को सुविधा देने के लिए अब हर फीस ऑनलाइन जमा करवाने का निर्णय लिया है। एग्जाम से लेकर माइग्रेशन, डिग्री और काउंसिलिंग फीस भी अब सभी स्टूडेंट्स को ऑनलाइन ही जमा करना होगा। यूपीटीयू इस व्यवस्था का पूरा खाका तैयार कर चुका है। सबकुछ ठीक रहा तो अगले साल से यूपीटीयू इसे लागू कर देगा। इसके लागू होने के बाद से छात्रों को बैंक के चक्कर लगाने से छुटकारा मिल जाएगा। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को यूपीटीयू आने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। इस योजना को अब सिर्फ एक्जीक्यूटिव काउंसिल की अंतिम मंजूरी मिलना रह गया है।
कॉलेजों से मिलेगा छुटकारा
यूपीटीयू के इस इन व्यवस्था के लागू हो जाने के बाद छात्रों का कॉलेजों से कोई लेनदेन नहीं होगा। यूनिवर्सिटी से सम्बंधित हर तरह की फीस छात्र सीधे यूनिवर्सिटी के बैंक खाते में जमा कर सकेंगे। यूपीटीयू के वित्तीय लेखाधिकारी एके पांडेय ने बताया कि इस व्यवस्था के बाद यूनिवर्सिटी को भी पैसा समय से मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था को लागू करने के लिए एनआईसी से यूनिवर्सिटी सम्पर्क कर चुका है। जो वेबसाइट पर इस लिंक को जोड़ देगा। जहां पर छात्र अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड से यूनिवर्सिटी में सीधे अपने फीस जमा कर सकेंगे। इसके अलावा इस पर ई-चालान का भी ऑप्शन होगा ताकि जिन छात्रों के पास क्रेडिट और डेबिट कार्ड न हो वे सीधे बैंक में जाकर अपनी फीस जमा कर सकें। उन्होंने बताया कि कॉलेज इससे संबंधित जानकारी अपने लॉगइन आईडी के माध्यम से देख सकेंगे।
हर साल कॉलेज लगाते हैं लाखों का चूना
काउंसिलिंग के दौरान छात्रों से लिए गए बैंक ड्राफ्ट कॉलेजों की ओर से काफी समय के बाद यूपीटीयू के खाते में जमा होता है। जिसे यूपीटीयू को हर साल लाखों रुपए का ब्याज का नुकसान होता है। यूपीटीयू कॉलेजों की ओर से जारी इस अव्यवस्था पर लगाम लगाने के लिए यह कदम उठाने जा रहा है। यूपीटीयू के वित्त अधिकारी वीरेंद्र चौबे का कहना है कि अभी तक काफी फीस कॉलेज वाले छात्रों से लेते हैं। उसके बाद कॉलेज यूपीटीयू को देते हैं। इस प्रक्रिया में कॉलेज छात्रों से निर्धारित फीस से अधिक फीस वसूल करते हैं। ऑनलाइन व्यवस्था होने के बाद छात्र सीधे यूनिवर्सिटी को हर फीस जमा करेगा।