-'गिफ्ट ऑफ लाइफ' प्रोग्राम के तहत दिल में छेद के मरीज गरीब बच्चों का करा रहे हैं में फ्री इलाज

BAREILLY: दर्द को हमदर्द मिल जाये तो दवा का इंतजाम खुद ही हो जाता है जी हां, दिल में छेद जैसी भयावह परेशानी से जूझ रहे गरीब बच्चों के लिए पीपी सिंह का साथ कुछ ऐसी ही सुरक्षा के एहसास जैसा है। पीपी सिंह बरेली समेत पूरे नॉर्दन सेंट्रल इंडिया के उन मासूम मरीजों के इलाज के साथ अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं, जो तबका चाहकर भी इलाज के लिए रुपये नही जुटा सकता।

गरीब बच्चों को पहुंचाते हैं इलाज

रोटरी के पूर्व मंडलाध्यक्ष पीपी सिंह सन क्998 से रोटरी संस्था के साथ मिलकर समाज सेवा कर रहे हैं। पेशे से अर्किटेक्चर पीपी सिंह भ्भ् साल के हैं। इसका कहना है कि मेरी कोशिश है कि इस प्रोग्राम के जरिए दिल के छेद की बीमारी वाले ज्यादा से ज्यादा गरीब बच्चों को लाभ मिले। इसके लिए वे मीडिया से इस प्रोग्राम के प्रचार की मांग करते हैं। 'द गिफ्ट ऑफ लाइफ' प्रोग्राम के कोआर्डिनेटर पीपी सिंह ने पिछले चार साल में 80 बच्चों को इस बीमारी के इलाज में सहायता पहुंचाई है। पीपी सिंह रोटरी क्लब की ओर चलाये जा रहे इस प्रोग्राम के नार्थ सेंट्रल इंडिया जोन के कोऑर्डिनेटर हैं। द गिफ्ट ऑफ लाइफ प्रोग्राम के तहत पीपी सिंह दिल में छेद की बीमारी से जूझ रहे उन बच्चों का इलाज कराते हैं, जिनके पेरेंट्स की मासिक आय फ्000 रुपये से कम हो व ऐसे बच्चों की उम्र एक वर्ष से ज्यादा व ख्0 वर्ष से कम हो।

विदेशी मरीज भी हुए लाभांवित

इस प्रोग्राम के तहत देश के साथ-साथ विदेश के भी मरीजों को लाभ पहुंचाया गया है। युगांडा के बच्चों का भी ऑपरेशन कराया गया है। पीपी सिंह ने बताया कि वे ऐसे केसेस को ऑपरेशन के लिए एस्कॉर्ट हॉस्पिटल दिल्ली, नेशनल हार्ट इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया दिल्ली और एलकैमेस्ट हॉस्पिटल गुड़गांव में भेजते हैं।

रोटरी के पूर्व मंडलाध्यक्ष है पीपी सिंह