- सोलर एनर्जी खत्म कर सकती है बिजली की किल्लत

- आरयू में शुरू हुआ तीन दिवसीय सेमिनार

BAREILLY: देश में बिजली की समस्या का हल तभी हो सकता है जब हम सोलर एनर्जी की वैकल्पिक व्यवस्था को मुख्य धारा में ले आएंगे। आरयू में सैटरडे को शुरू हुए इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में आईआईटी, दिल्ली से आए प्रो। विक्रम कुमार ने यह बातें कहीं। एकेडमिक रिसर्च इन इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट एंड आईटी टॉपिक के इस सेमिनार में उन्होंने कंपोजिट मैटीरियल पर लेक्चर दिया। उन्होंने कहा कि देश में क्,ख्00 मेगावाट एनर्जी की आवश्यकता है और वर्तमान फ्00 मेगावाट ही उत्पादन हो रहा है। सोलर इनर्जी से बिजली के उत्पादन से आने वाले पांच वर्षो में हम इस खाई को काफी हद तक पूरा कर सकेंगे। वर्तमान में ऑर्गेनिक सोलर सेल्स पर तेजी से काम चल रहा है। यह प्लास्टिक से बनता है। इसके इस्तेमाल से कोयले की खपत काफी कम तो होगी ही साथ ही वातावरण प्रदूषण मुक्त भी रहेगा। यही नहीं उत्पादन में खर्चा उम्मीद से भी कम आएगा।

अमेरिका में दौड़ेगी भारतीय सोलर कार

प्रो। विक्रम ने कहा कि आईआईटी, दिल्ली में सोलर एनर्जी से चलने वाली कार का निर्माण किया गया है। यह कार जुलाई में अमेरिका में होने वाली रेस में पार्टिसिपेट करेगी। इस रेस में केवल सोलर एनर्जी से चलने वाली कारें ही शामिल किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि वर्तमान में इलेक्ट्रिॉनिक मैनुफैक्चरिंग के लिए हम चाइना जैसे देशों पर निर्भर हैं। ख्008 तक जर्मन व स्पेन इसमें आगे थे।

ख्फ्भ् रिसर्च पेपर्स आए

कॉन्फ्रेंस का इनॉग्रेशन प्रो। विक्रम समेत आरयू के वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन, ओमान के प्रो। अनुपम श्रीवास्तव, यूएसए से आए आशुतोष दीक्षित और राजेश चंद्रा ने किया। वीसी ने नैनो टेक्नोलॉजी पर लेक्चर दिया। प्रो। आशुतोष दीक्षित ने मैनेजमेंट के क्षेत्र में हो रहे डेवलपमेंट और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के बढ़ते कार्यक्षेत्र पर विचार व्यक्त किए। इस ऑकेजन पर देश-विदेश से ख्फ्भ् रिसर्च पेपर्स आए हैं। जिसमें से क्भ्भ् रिसर्च पेपर्स शॉर्टलिस्ट किए गए।