बरेली(ब्यूरो)। बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया बुखार व अन्य बीमारियों का प्रकोप तेजी से फैलने लगता है। जिले में डेंगू-मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैैं। अब तक जिले में मलेरिया के 1597 पेशेंट व डेंगू के 86 पेशेंट जांच में सामने आए हैैं। इसको लेकर एक्सपट्र्स का कहना है कि डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिए सावधानी बेहद जरूरी है। इसके लिए अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें। साथ ही ध्यान रखें कि कहीं भी मच्छर का लार्वा न पनप सके, इसके लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। जिले में अब तक डेंगू से ग्रसित तीन मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही अब भी तेजी से मलेरिया व डेंगू के मामले सामने आ रहे हैैं।

जिले में हो चुकी हैं 2,16,415 जांचें
डेंगू व मलेरिया के पिछले वर्षो के आंकड़ों से सबक लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनवरी से ही लोगों के बचाव के लिए जिले भर में व्यापक रुप से अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन, बरसात के मौसम में इसका प्रकोप तेजी से बढऩे लगता है। मलेरिया विभाग के अनुसार जिले में अब तक 2,16,415 से अधिक लोगों की जांचे की जा चुकी है। वहीं 1597 मरीजों में मलेरिया और 86 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।


फैक्ट एंड फिगर
216415 से अधिक का अब तक हुआ मलेरिया टेस्ट
1597 में हुई मलेरिया की पुष्टि
98 लोगों का मंडे को हुआ एलाइजा टेस्ट
14 लोगों में हुई डेंगू की पुष्टि
31 गांव डेंगू से प्रभावित
11 ब्लॉक में निकले संक्रमित
65 डेंगू पॉजिटिव रूरल में
21 अर्बन में निकले पॉजिटिव

ग्रामीण क्षेत्र ज्यादा प्रभावित
जिले में डेंगू के मामले शहर से ज्यादा देहात क्षेत्र में सामने आए हैैं। इसमें भी देहात क्षेत्र के ग्यारह ब्लॉक-मीरगंज, नवाबगंज, बहेड़ी, मुढिय़ा नबी बख्श, शेरगढ़, भोजीपुरा, दलेलनगर, भमोरा, फरीदपुर, कुआडांडा व फतेहगंज इससे प्रभावित हैैं। वहीं इससे करीब 31 गांव प्रभावित हैैं। मंडे तक ग्रामीण क्षेत्र में अब तक 65 व अर्बन एरिया में 21 डेंगू के केसेस सामने आ चुके हैैं।

मंडे को सामने आए 14 केस
मंडे को जिले में 57 लोगों की एनएस1 कार्ड से व 98 लोगों की एलाइजा टेस्ट किया गया। इसमें एनएस1 कार्ड से सात व एलाइजा टेस्ट में 14 लोग पॉजिटिव आए। इस प्रकार जिले में कुल पॉजिटिव केसेस की संख्या 86 हो गई है। इसमें 13 लोग रूरल से व एक पॉजिटिव अर्बन एरिया का है।

डेंगू के लक्षण
-अचानक तेज सिर दर्द व बुखार होना
-मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना
-जी मिचलाना एवं उल्टी होना
-गम्भीर मामलों में नाक, मुंह और मसूड़ों से खून आना अथवा त्वचा पर चकत्ते उभरना

वर्जन
स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्राम प्रधानों के सहयोग से पब्लिक को अवेयर किया जा रहा है। बुखार से पीडि़त लोगों की जांच की जा रही है। संक्रमित निकलने पर उचित इलाज दिया जा रहा है।
-डॉ। बलवीर सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी